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Kolkata Doctor Rape Murder Case: आज छात्र हिलाएंगे ममता बनर्जी की सरकार का 'तख्त', 6,000 पुलिसकर्मी तैनात, पढ़ें 5 पॉइंट्स

Kolkata Doctor Rape Murder Case: छात्रों ने आज कोलकाता में 'नाबाना' का घेराव करने की घोषणा कर रखी है. Nabanna राज्य सचिवालय बिल्डिंग का नाम है, जहां ममता बनर्जी और दूसरे शीर्ष मंत्री बैठते हैं.

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Kolkata Doctor Rape Murder Case: आज छात्र हिलाएंगे ममता बनर्जी की सरकार का 'तख्त', 6,000 पुलि��सकर्मी तैनात, पढ़ें 5 पॉइंट्स

Kolkata Doctor Rape Murder Case के बाद छात्र और मेडिकल कम्युनिटी लगातार प्रदर्शन कर रही है. (फाइल फोटो)

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Kolkata Doctor Rape Murder Case: पड़ोसी देश बांग्लादेश में छात्रों के आंदोलन से सरकार का तख्तापलट होने के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी छात्र गर्मा रहे हैं. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दरिंदगी से रेप और फिर उसकी निर्मम तरीके से हत्या करने के मामले में छात्रों ने आज (मंगलवार, 27 अगस्त) को प्रोटेस्ट मार्च की घोषणा कर रखी है. खुद को छात्र संगठन बता रहे एक अनरजिस्टर्ड संगठन द्वारा आयोजित इस प्रोटेस्ट मार्च से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की सरकार हिलाने की तैयारी की जा रही है. 'नाबाना अभिजन' नाम से आयोजित इस प्रोटेस्ट मार्च में राज्य सचिवालय बिल्डिंग नाबाना (Nabanna) का घेराव किया जाएगा, जहां से पश्चिम बंगाल की सरकार चलाई जाती है. इसी बिल्डिंग में पश्चिम बंगाल की सीएम और उनके शीर्ष मंत्री बैठते हैं. कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने इस प्रोटेस्ट मार्च के हिंसक होने की आशंका जताते हुए पूरे महानगर को छावनी में बदल दिया है. पूरे शहर में करीब 6,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. साथ ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है.

प्रोटेस्ट मार्च के बारे में सबकुछ जानने के लिए पढ़िये ये 5 पॉइंट्स-

1. पुलिस का दावा- हिंसा फैलाने की साजिश के मिले हैं सबूत

कोलकाता पुलिस ने दावा किया है कि इस प्रोटेस्ट मार्च का मकसद 9 अगस्त की घटना के चलते शहर के सभ्य नागरिकों के मन में फैले रोष का दुरुपयोग करना है. इस मार्च के जरिये हिंसा फैलाने की साजिश के सबूत मिले हैं. पुलिस का दावा है कि 'नाबाना अभिजन' मार्च का आयोजन करने वाले संगठन के एक नेता ने शहर के एक मशहूर फाइव स्टार होटल में एक राजनीतिक दल के नेता से मुलाकात की है. पुलिस का यह भी दावा है कि इंटेलिजेंस ने पुख्ता सूचना दी है कि छात्रों के गुस्से का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर हिंसा और अराजकता फैलाते हुए पुलिस को उकसाने की साजिश रची जा रही है.

2. शहर में 19 स्थानों पर की गई है बेरिकेडिंग

कोलकाता पुलिस के टॉप सूत्रों के हवाले से NDTV ने अपनी रिपोर्ट में पूरे शहर में भारी संख्या में पुलिसबल तैनाती की सूचना दी है. पुलिस ने 19 स्थान चिह्नित करते हुए बेरिकेडिंग की है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 6,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए हैं. विभिन्न स्थानों पर 26 डिप्टी पुलिस कमिश्नर फोर्स के साथ तैनात किए गए हैं. सुबह 8 बजे से ही हेस्टिंग्स, फर्लांग गेट, स्ट्रैंड रोड जैसे पॉइंट्स के साथ ही हावड़ा में भी सुबह 8 बजे से ही फोर्स तैनात कर बेरिकेडिंग लगा दी गई है.

3. TMC ने BJP को बताया है प्रोटेस्ट मार्च के पीछे

राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 'नाबाना अभिजन' मार्च में पर्दे के पीछे से भाजपा का हाथ होने का दावा किया है. साथ ही इस आंदोलन के लिए उसकी आलोचना की है. भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि दबाव में चल रही मुख्यमंत्री ममता पुलिस को अपनी ढाल बना रही हैं.

4. UGC-NET एग्जाम के कारण शहर में हैं हजारों छात्र

इस प्रोटेस्ट मार्च के लिए 27 अगस्त का दिन चुनना भी बेहद खास है. दरअसल आज UGC-NET एग्जाम का आयोजन है, जिसमें शामिल होने के लिए महानगर में हजारों छात्र बाहर से भी पहुंचे हुए हैं. ये छात्र भी आंदोलन में शामिल हो सकते हैं. हालांकि पुलिस का दावा है कि एग्जाम सेंटरों पर छात्रों को कोई परेशानी नहीं आने देने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. लेकिन सूत्रों का दावा है कि इतनी बड़ी संख्या में छात्रों की मौजूदगी ही असली चिंता का कारण बनी हुई है.

5. पूरे देश में जनता उबाल पर है डॉक्टर से रेप के कारण

कोलकाता के अस्पताल में ड्यूटी के दौरान 9 अगस्त की रात में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी से पूरे देश में जनता उबाल पर है. साल 2012 के निर्भया केस जैसी दरिंदगी दिखाते हुए दुष्कर्म के बाद डॉक्टर की हत्या के विरोध में मेडिकल कम्युनिटी करीब दो सप्ताह तक स्ट्राइक पर रही है. पश्चिम बंगाल में अब भी हजारों डॉक्टर हड़ताल पर चल रहे हैं और राज्य सरकार से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक की काम पर लौटने की अपीलों को ठुकरा चुके हैं. उनकी मांग है कि ड्यूटी पर डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर कानून बनाए जाने चाहिए. 

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