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विदेश से आने वालों से बरतें सावधानी... Monkeypox को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन

Monkeypox Cases in India: भारत में मंकीपॉक्स का पहला केस केरल में आया है. यहां कुछ दिन पहले ही एक शख्स विदेश से लौटा था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे बचाव के लिए कुछ गाइडलाइन जारी की हैं.

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विदेश से आने वालों से बरतें सावधानी... Monkeypox को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन

मंकीपॉक्स से हुई पहली मौत

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डीएनए हिंदी: दुनियाभर के 71 देशों में फैल चुके मंकीपॉक्स (Monkeypox) ने भारत में भी दस्तक दे दी है. केरल के तिरुवनंतपुरम में विदेश से लौटे एक शख्स मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं. जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट हो गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Central government) ने इसको लेकर कुछ गाइडलाइन जारी की हैं. साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को पत्र लिखकर इसे सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं.


स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, 'विदेश से आए बीमार यात्रियों के साथ नजदीकी बनाने से बचना चाहिए. इसके अलावा मृत या जीवित जंगली जानवरों और अन्य लोगों के संपर्क में आने से भी बचना होगा.'

UAE से लौटे शख्स में पाए गए मंकीपॉक्स के लक्षण
केरल के तिरुवनंतपुरम में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि हुई है. शख्स हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से तिरुवनंतपुरम के कोल्लम पहुंचा था. उसे तेज बुखार और छाले जैसे लक्षण दिखने लगे. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मंकीपॉक्स होने की पुष्टि की. यह मामला सामने आते भारत और राज्य सरकारें एक्शन मोड में आ गईं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर मंकीपॉक्स के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी और साथ सभी से सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए.

यह भी पढ़ें- इन चार लक्षणों से समझें कि आपको मंकीपॉक्स हुआ है

क्या है मंकीपॉक्स (What is Monkeypox) 
मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) ऑर्थोपॉक्सवायरस के परिवार से आता है. इसमें वैरियोला वायरस भी शामिल है.आपको बता दें कि वैरियोला वायरस से स्मॉल पॉक्स या छोटी चेचक बीमारी होती है. इसी परिवार के वैक्सीनिया वायरस का इस्तेमाल स्मॉलपॉक्स की वैक्सीन में होता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक की तुलना में कम गंभीर होते हैं. स्मॉलपॉक्स या चेचक को टीके के जरिए दुनिया भर से 1980 में खत्म कर दिया गया था पर कई मध्य अफ्रीकी और पश्चिम अफ्रीकी देश में मंकीपॉक्स के केस अब भी पाए जाते हैं. 

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