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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर में क्या हैं रामलला? 10 पॉइंट्स में जानिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत को वैभवशाली बनाने के लिए राष्ट्र निर्माण का संकल्प लें. समर्पण का प्रसाद राम को अर्पित करें.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर में क्या हैं रामलला? 10 पॉइंट्स में जानिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

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डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बने. उन्होंने पूजा अर्चना की और गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई. इस पल के लिए सैकड़ों वर्षों की लड़ाई चली, जिस स्वप्न को लाखों लोगों ने देखा, वह पूरा होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपने संबोधन में कहा कि हर युग में लोगों ने राम को जीया है. हर युग में लोगों ने अपने-अपने शब्दों में, अपनी तरह से राम को अभिव्यक्त किया है. यह राम रस जीवन प्रवाह की तरह निरंतर बहता रहता है. उस कालखंड में तो वियोग सिर्फ 14 वर्षों का था. इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ो वर्षों का वियोग सहा है. हमारी कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है. मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं.'

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए. आज वह कमी पूरी हुई है. मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे.'

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आइए पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्पीच की 10 बड़ी बातें.
1.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे. ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं.'

2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे रामलला अब टेंट में नही रहेंगे. अब रामलला दिव्य मंदिर में रहेंगे. मुझे विश्वास है, प्रभु राम हमें जरूर क्षमा करेंगे. आज हमारे राम आ गए हैं. आज हमें श्रीराम का मंदिर मिला है. गुलामी की मानसिकता को तोड़कर राष्ट्र उठ खड़ा हुआ है. ये समय सामान्य नहीं है. लंबे वियोग से जो विपत्ति आई थी, वो खत्म हो चुकी है. लंबे वियोग से जो विपत्ति आई थी, वो खत्म हो चुकी है. संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर कानूनी लड़ाई लड़ी गई.

3. PM मोदी ने कहा, 'आज मैं पूरे पवित्र मन से महसूस कर रहा हूं कि कालचक्र बदल रहा है. यह सुखद संयोग है कि हमारी पीढ़ी को एक कालजयी पथ के शिल्पकार के रूप में चुना गया है. हजारों वर्ष बाद की पीढ़ी राष्ट्र निर्माण के हमारे आज के कार्यों को याद करेगी इसलिए मैं कहता हूं यही समय है, सही समय है.'

4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन हैं, राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं, राम प्रभाव हैं, राम प्रवाह हैं, राम नेति भी हैं, राम नीति भी हैं, राम नित्यता भी हैं, राम निरंतरता भी हैं, राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव शताब्दियों तक नहीं होता उसका प्रभाव हज़ारों वर्षों तक होता है.'

5. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'वो भी एक समय था जब कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. ऐसे लोग भारत के सामाजिक भाव की पवित्रता को नहीं जान पाए. रामलला के इस मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है. ये निर्माण किसी आग को नहीं बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है. मैं आज उन लोगों से आह्वान करूंगा, आइए आप महसूस कीजिये अपनी सोच पर पुनर्विचार कीजिए. राम आग नहीं है, राम ऊर्जा है. राम विवाद नहीं, राम समाधान है. राम सिर्फ हमारे नहीं, राम तो सबके हैं.'

6. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज का ये अवसर उत्सव का क्षण तो है ही, लेकिन इसके साथ ही ये क्षण भारतीय समाज की परिपक्वता के बोध का भी क्षण है. हमारे लिए ये अवसर सिर्फ विजय का नहीं, बल्कि विनय का भी है.'

7. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज इस ऐतिहासिक समय में देश उन व्यक्तित्वों को भी याद कर रहा है, जिनके कार्य और समर्पण की वजह से आज हम ये शुभ दिन देख रहे  हैं. राम के इस काम में कितने ही लोगों ने त्याग और तपस्या की पराकाष्ठा करके दिखाई है. उन अनगिनत रामभक्तों के, उन अनगिनत कारसेवकों के और उन अनगिनत संत-महात्माओं के हम सब ऋणी हैं.'

8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्राचीनकाल से भारत के हर कोने के लोग रामरस का आचमन करते रहे हैं. राम कथा असीम है और रामायण भी अनंत है. राम के आदर्श, मूल्य और शिक्षाएं सब जगह एक समान है.

9. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज हमारे राम आ गए हैं। सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे राम आ गए हैं. सदियों के अभूतपूर्व धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग और तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं.'

10. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'प्रभु राम तो भारत की आत्मा के कण-कण से जुड़े हुए हैं. राम भारतवासियों के अंतर्मन में विराजे हुए हैं. हम भारत में कहीं भी किसी की अंतरात्मा को छुएंगे तो इस एकत्व की अनुभूति होगी और यही भाव सब जगह मिलेगा.'

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