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Notebandi 2.0: 'हम सही थे 2016 में ही हमने कहा था' पढ़ें 2000 के नोट पर क्या बोली कांग्रेस

Rs 2000 Note Ban: कांग्रेस ने मोदी सरकार से सवाल किया है कि जब 2,000 रुपये का नोट बंद ही करना था तो इसे शुरू ही क्यों किया गया था? कांग्रेस ने इस फैसले से अपने उद्योगपति दोस्तों की मदद करने का आरोप भी पीएम मोदी पर लगाया है.

Notebandi 2.0: 'हम सही थे 2016 में ही हमने कहा था' पढ़ें 2000 के नोट पर क्या बोली कांग��्रेस

Rs 2000 Note

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डीएनए हिंदी: Congress On Rs 2000 Note- केंद्र सरकार की तरफ से 2,000 रुपये के नोट का सर्कुलेशन बंद करने के फैसले के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. कांग्रेस ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला है. पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने तो साफतौर पर कहा है कि हमने तो 2016 में ही कहा था कि यह गलत फैसला है और अब हम सही साबित हुए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने मोदी सरकार से सवाल किया है कि जब 2000 रुपये का नोट बैन ही करना था तो इसे शुरू ही क्यों किया गया था? कई अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. 

'कहा था कि 2,000 रुपये के नोट कभी लोकप्रिय नहीं होंगे'

पी. चिदंबरम ने ट्वीट में कहा, उम्मीद के मुताबिक ही सरकार/आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोट वापस ले लिए हैं और नोट बदलने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया है. 2,000 रुपये के नोट शायद ही लोकप्रिय साबित होंगे. हमने नवंबर 2016 में ये कहा था और अब हम सही साबित हुए हैं. बेहद पॉपुलर और व्यापक चलन वाली करेंसियों 500 और 1,000 रुपये की नोटबंदी के मूर्खतापूर्ण निर्णय को कवर करने के लिए 2,000 रुपये का नोट लाना एक बैंड-एड जैसा था. नोटबंदी के कुछ सप्ताह बाद ही सरकार/आरबीआई को 500 रुपये के नोट को दोबारा चलन में लाने को मजबूर होना पड़ा था. मुझे आश्चर्य नहीं होगा, यदि सरकार/आरबीआई 1,000 रुपये के नोट को फिर से लाएगी. नोटबंदी का सर्किल पूरा हो गया है.

'विश्वगुरु पहले करते हैं और फिर सोचते हैं'

पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, कथित स्वयंसेवी विश्वगुरु पहले करते हैं और उसके बाद फैसले पर सोचते हैं. उन्होंने 8 नवंबर, 2016 को तुगलकी फरमान के बाद बेहद शोरशराबे के साथ पेश किए गए 2,000 रुपये के नोट अब वापस ले रहे हैं. 

'नोटबंदी सदी का सबसे बड़ा घोटाला'

कांग्रेस नेता अलका लांबा ने नोटबंदी को सदी का सबसे बड़ा घोटाला बताया है. उन्होंने कहा, कालेधन के नाम पर 1,000 रुपये का नोट बंद कर 2,000 रुपये का नोट पीएम मोदी ने महज अपने पूंजीपति मित्रों की मदद के लिए चालू किया. नोटबंदी से पहले बोरों में नोट भरकर देश से भागने में परेशान होने वाले मित्रों को नोटबंदी के बाद 2,000 रुपये का नोट जारी होने से आधी मेहनत ही करनी पड़ी है. भगोड़े मित्र और काला धन तो वापस आया नहीं, अब 2,000 रुपये का नोट भी बाजार से गायब होने जा रहा है. उन्होंने कहा जांच होने पर नोटबंदी सदी का सबसे बड़ा घोटाला साबित होगी. 

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