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Haryana: दूल्हे ने दिलाई किसान आंदोलन की याद, कार्ड पर छपवाया 'जंग अभी जारी है MSP की बारी है'

शादी के कार्ड पर उन्होंने लिखवाया है, 'जंग अभी जारी है, एमएसपी की बारी है.' इसके अलावा कार्ड पर ट्रैक्टर और नो फार्मर्स, नो फूड का चिन्ह भी बनवाया है.

Haryana: दूल्हे ने दिलाई किसान आंदोलन की याद, कार्ड पर छपवाया 'जंग अभी जारी है MSP की बारी है'
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डीएनए हिंदी: कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन को स्थगित हुए महीने भर से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन किसानों की सरकार से मांग अभी भी जारी है. इस बीच हरियाणा के एक व्यक्ति ने अपनी शादी के कार्ड पर MSP कानून की गारंटी की मांग की है.

हरियाणा के भिवानी जिले के निवासी प्रदीप कालीरामणा की 9 फरवरी को शादी है. अपनी शादी के लिए उन्होंने 1500 कार्ड छपवाए हैं. हालांकि इसमें अलग बात यह रही कि व्यक्ति ने इन कार्ड पर  MSP कानून की गारंटी की मांग की है. 

शादी के कार्ड पर उन्होंने लिखवाया है, 'जंग अभी जारी है, एमएसपी की बारी है.' इसके अलावा कार्ड पर ट्रैक्टर और नो फार्मर्स, नो फूड का चिन्ह भी बनवाया है.

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इसे लेकर प्रदीप कालीरामणा ने बताया, मैं अपनी शादी के कार्ड के माध्यम से एक संदेश देना चाहता हूं कि किसान आंदोलन की जीत अभी पूरी तरह से नहीं हुई है. किसानों की जीत तभी मानी जाएगी जब सरकार किसानों को एमएसपी कानून की गारंटी पर लिखित में दे देगी. बिना एमएसपी कानून के किसानों के पास कुछ नहीं है, किसानों की शहादत और उनका बलिदान भी तभी पूरा होगा.

उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान वह दिल्ली की सीमाओं पर आते रहे और उन्होंने किसानों को अपना समर्थन भी दिया था. प्रदीप ने कहा, इसलिए मैंने 1500 शादी के कार्ड छपवाए हैं जिसपर यह लिखा हुआ है.

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गौरतलब है कि कृषि कानून 5 जून, 2020 को केंद्र सरकार ने तीन कृषि विधेयकों को संसद के पटल पर रखा और 20 सितंबर को लोकसभा के बाद इसे राज्यसभा में पारित किया गया था. वहीं कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुआ यह आंदोलन 13 महीने तक दिल्ली की सीमाओं पर चला, आखिर में सरकार ने कृषि कानून वापस ले लिया था. इसके बाद किसानों की अन्य मांगों पर किसानों और सरकार के साथ समझौता भी हुआ.

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