Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Delhi Air Pollution: दिल्ली फिर बनी 'गैस चैंबर'! जहरीली हवा से आंखें हो रही हैं खराब, ऐसे करें बचाव

दिल्ली की हवा बद से बदतर होती जा रही है जो सेहत के साथ आंखों के लिए भी नुकसानदायक है, ऐसे में आंखों को बचाए रखने के लिए इन बातों का ध्यान जरूर रखें..

Delhi Air Pollution: दिल्ली फिर बनी 'गैस चैंबर'! जहरीली हवा से आंखें हो रही हैं खराब, ऐसे करें बचाव

दिल्ली की खराब हवा है आंखों के लिए नुकसानदेह

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: वायु प्रदूषण के चलते राजधानी दिल्ली की हवा (Delhi Air pollution) जहरीली होती जा रही है, ऐसे में दिल्ली और एनसीआर का इलाका पूरी तरह से 'गैस चैंबर' बन चुका है. जब भी लोग अपने घरों से बाहर निकलते हैं, आंखों में जलन और आंखों से पानी निकलने की समस्या होने लगती है. दिल्ली की खराब हवा सेहत के लिए नुकसानदेह तो है ही. इसके अलावा इसका बुरा असर आंखों पर भी पड़ रहा है. बढ़ते एयर पॉल्यूशन के चलते बच्चों और बुजुर्गों की आंखों में सबसे ज्यादा दिक्कतें आती हैं. मध्यम आयु वाले लोगों को भी इससे काफी तकलीफ हो रही है, 

डॉक्टरों की मानें तो लंबे समय तक इस तरह के वायु प्रदूषण को झेलने से आंखों में रेडनेस, इरीटेशन, इचिंग और ड्राइनेस की समस्या हो सकती है. इसके अलावा कुछ मामलों में आंखों में सूजन भी हो जाती है. ऐसी स्थिति में आंखों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है.

यह भी पढे़ं- आंखों की रोशनी हो रही कमजोर तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे और खाएं आयुर्वेद की ये चीज 

खराब हवा से आंखों में होती है ये समस्याएं

एयर पॉल्यूशन की वजह से आंखों से संबंधित समस्याएं बढ़ जाती है. वायु प्रदूषण के चलते हवा में कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डायऑक्साइड और डस्ट पार्टिकल के कण पैदा होते हैं. ये पार्टिकल नंगी आंखों के लिए खतरनाक होते हैं. इसके चलते आंखों में कई तरह की समस्याएं दिखाई देने लगती है. जिससे आंखों में जलन होना, आंखों में चिड़चिड़ापन होना, आंखों का लाल हो जाना, आंखों में खुजली होना और गंभीर मामलों में आंखों में स्वेलिंग होने को समस्या पैदा होती है. 

यह भी पढे़ं- आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद हैं ये योगासन, रोजाना बस 10-15 मिनट करने से होगा फायदा


ऐसे करें बचाव 

  • प्रदूषण के चलते आंखों में अगर धूलकण चले जाएं या आंखों में खुजली, इरीटेशन हो, तो इसे हाथ से रब न करें. ऐसी स्थिति में आंखों को पानी से धो लें. 
  • जिस समय फॉग रहता है उस समय घर से बाहर न जाएं फॉग में डस्ट और टॉक्सिन पार्टिकल बढ़ जाते हैं. इस समय जरूरी काम हो तो ही घर से बाहर निकलें सनग्लास जरूर लगाएं. ये आपकी आंखों को इनसे बचाए रखता है. 
  • ऐसे समय में बच्चों और बुजुर्गों को अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इससे न सिर्फ आंखें हाइड्रेट रहती है बल्कि आंखों के माध्यम से जितने भी टॉक्सिन पार्टिकल शरीर के अंदर गए हैं वे सब बाहर निकल जाते हैं.
  • आंखों में नमी बनाए रखने के लिए आई ड्रॉप का प्रयोग करें. इसके लिए सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें. आंखों में आई ड्राप डालने से आई मसल्स को राहत मिलती है.

नोट : हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.   

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement