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Diabetic Skin की वजह से बढ़ जाती हैं त्वचा से जुड़ी ये गंभीर परेशानियां, जानिए कारण और बचाव का तरीका 

Diabetic Skin Care: डायबिटीज की स्थिति में स्किन बेहद सेंसिटिव हो जाती है, ऐसी स्थिति में त्वचा को अधिक देखभाल की जरूरत होती है. 

Diabetic Skin की वजह से बढ़ जाती हैं त्वचा से जुड़ी ये गंभीर परेशानियां, जानिए कारण और बचाव का तरीका 

Diabetic Skin की वजह से बढ़ जाती हैं त्वचा से जुड़ी ये गंभीर परेशानियां

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डीएनए हिंदी: आजकल डायबिटीज की समस्या आम होती जा रही है, खासतौर से भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. यही कारण है कि भारत को 'डायबिटीज कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड'  (Diabetes Capital of the World) कहा जाने लगा है. डायबिटीज न केवल सेहत के लिए हानिकारक साबित होता है बल्कि यह स्किन को भी काफी नुकसान पहुंचाता है. जिसके लिए 'डायबिटिक स्किन' (Diabetic Skin) टर्म का इस्तेमाल किया जाता है. डायबिटीज की स्थिति में स्किन काफी ज्यादा सेंसिटिव हो (Diabetic Skin Disease) जाती है और इसकी वजह से लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं ऐसी स्थिति में आम त्वचा की तुलना में अधिक देखभाल की जरूरत होती है.

क्या है डायबिटिक स्किन (What Is Diabetic Skin)

जब भी स्किन डायबिटिक होती है तब त्वचा पर लाल और भूरे रंग के स्पॉट, पैच और लाइन नजर आना शुरू हो जाते हैं. ये निशान आपके चेहरे से लेकर पैर हाथ किसी भी अंग की त्वचा पर नजर आ सकते हैं. हालांकि, यह नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और न ही इनमें दर्द और खुजली होती है. 

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दअरसल इस स्थिति में त्वचा की परत रूखी और पतली होने के साथ-साथ कई बार स्कैली और मोटी हो जाती हैं और इन दोनों स्थिति में त्वचा पर इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा हीलिंग पावर भी कम हो जाता है जिसकी वजह से घाव भरने में अधिक समय लगता है. 

इसलिए इस स्थिति में शरीर में जहां-जहां भी त्वचा फोल्ड होती है उनका ध्यान रखना अधिक जरूरी है. क्योंकि, इन जगहों पर आसानी से फंगल और बैक्टीरियल इनफेक्शन फैल सकते हैं. 

डायबिटिक स्किन का ऐसे रखें ख्याल

ब्लड शुगर लेवल

अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो खानपान, एक्सरसाइज, स्वस्थ वजन और नियमित गतिविधियों को सही रखते हुए अपने बढ़ते ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखें. क्योंकि, ऐसा करने से त्वचा से जुड़ी समस्याओं को कंट्रोल करना आसान हो जाएगा. 

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त्वचा पर चोट 

अगर आप डायबिटीज की स्थिति में त्वचा से जुड़ी समस्याओं से बचना चाहते हैं तो सावधान रहें और त्वचा को चोट या किसी प्रकार के कट लगने से बचाएं. ऐसे में घर का काम करते हुए, गार्डनिंग करते हुए या टहलते हुए शरीर को पूरी तरह से कवर रखें और अधिक सावधानी बरतें. इसके अलावा ठंड और गर्म हवा में अपने कान और चेहरे को भी ढक कर रखें. 

इलाज में देरी 

अगर आपकी त्वचा पर किसी तरह की चोट लगी है या आपके स्किन पर कट लग गया है, तो इस स्थिति में बिना देरी के डॉक्टर से मिलें. क्योंकि, डायबिटिक स्किन बेहद सेंसिटिव होती है और इसकी हीलिंग पावर भी बहुत कम हो जाती है. 

ड्राई स्किन

अगर आपकी स्किन ड्राई है, तो अधिक ध्यान दें. क्योंकि, ऐसी स्थिति में ड्राई स्किन पर क्रेक्स आ जाते हैं और इन्फेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है.

केमिकल युक्त स्किन 

इसके अलावा जरूरत से ज्यादा मेकअप प्रोडक्ट्स और केमिकल युक्त स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें. क्योंकि यह आपकी स्थिति को बहुत ज्यादा खराब कर सकता है. ऐसे में जितना हो सके उतना नेचुरल और केमिकल रहित प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें.

इंटिमेट हाइजीन 

डायबिटीज की स्थिति में इंटिमेट एरिया की स्किन ज्यादा प्रभावित होती है. इसलिए अक्सर लोग अपने प्राइवेट पार्ट में खुजली, रैशेज इत्यादि का अनुभव करते हैं. ऐसी स्थिति में दिन में दो बार अपने प्राइवेट पार्ट्स को जरूर साफ साफ करें और इसके लिए केमिकल युक्त फेमिनिन हाइजीन प्रोडक्ट्स की जगह माइल्ड सोप का इस्तेमाल करें. 

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इन बातों का भी रखें खास ध्यान

  • प्री डायबिटिक हो या डायबिटीज के मरीज त्वचा पर हुए पिम्पल को गलती से भी पॉप न करें.
  • इसके अलावा फॉलिक्यूलिटिस और फंगल इन्फेक्शन से बचने के लिए दिन में दो बार नहाने का प्रयास करें.
  • इंटिमेट हाइजीन का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. 
  • समय समय पर नाखूनों को काट लें और इनमें गंदगी जमा न होने दें, क्योंकि नाखून के अंदर के स्किन के प्रभावित होने की संभावना बनी रहती है. 
  • इसके अलावा ज्यादा टाइट और लंबे समय तक जूते को पहन कर न रहें.  खुले और एयर पास होने वाले फुटवियर पहनें तो बेहतर होगा.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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