डीएनए हिंदी: 15 जून से आषाढ़ माह का प्रारंभ हो चुका है. इस माह में गुप्त नवरात्रि 2022 (Gupt Navratri 2022) मनाई जाएगी. पूरे साल में 4 नवरात्रि होते हैं इनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रि को प्रमुख माना गया है. गुप्त नवरात्रि को तंत्र विद्या और साधना के लिए महत्वपूर्ण माना गया है. इसमें 9 महाविद्याओं और तंत्र शक्ति की पूजा की जाती है. आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2022 (Ashadh Gupt Navratri 2022) और क्या है इस पर्व का महत्व.
हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ होगा. प्रतिपदा तिथि 29 जून 2022, बुधवार को सुबह 8:21 से शुरू होगा और यह अगली सुबह 30 जून को 10:49 तक मान्य होगा. पंचांग में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की उदया तिथि 30 जून निर्धारित की गई है.
पंचांग में बताया गया है कि कलश स्थापना 30 जून को होगी. पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बना रहेगा. पंचांग के अनुसार अभिजीत मुहूर्त दिन में 11:57 मिनट तक होगा. मान्यता है कि अभिजीत मुहूर्त में कलश स्थापित करने से शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं.
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ-साथ गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग भी रहेगा. जो 1 जुलाई को दोपहर 1:07 से अगली सुबह पांच 5:27 तक रहेगा.
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कलश स्थापना, मां शैलपुत्री पूजा: 30 जून, गुरुवार
मां ब्रह्मचारिणी पूजा: 01 जुलाई, शुक्रवार
मां चन्द्रघन्टा पूजा: 02 जुलाई, शनिवार
मां कुष्माण्डा पूजा: 03, जुलाई, रविवार
स्कन्दमाता की पूजा: 04 जुलाई, सोमवार
मां कात्यायनी पूजा: 05 जुलाई, मंगलवार
मां कालरात्रि पूजा: 06 जुलाई, बुधवार
दुर्गाष्टमी, महागौरी पूजा, सन्धि पूजा: 07 जुलाई, गुरुवार
मां सिद्धिदात्री पूजा, नवरात्रि पारण: 08 जुलाई, शुक्रवार
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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