Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Pradosh Vrat 2023: आज है ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत, शिव तांडव स्तोत्र के पाठ से भोलेनाथ को करें प्रसन्न, दूर होंगी सभी समस्याएं

Pradosh Vrat 2023: ज्येष्ठ माह में कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत बुधवार के दिन रखा जाएगा. प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है.

Latest News
Pradosh Vrat 2023: आज है ज्येष्ठ माह का पहला प्रदोष व्रत, शिव तांडव स्तोत्र के पाठ से भो��लेनाथ को करें प्रसन्न, दूर होंगी सभी समस्याएं

Pradosh Vrat 2023

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदीः हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) प्रत्येक माह की कृष्ण और शुक्ल पक्ष त्रयोदशी को रखा जाता है. ज्येष्ठ माह में कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) बुधवार के दिन रखा जाएगा. यह बुध प्रदोष व्रत (Budh Pradosh Vrat 2023) होगा. यह बुध प्रदोष व्रत 17 मई 2023 को रखा जाएगा. प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से भोलेनाथ की कृपा से सुख-समृद्धि और दाम्पत्य जीवन खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है. प्रदोष व्रत (Budh Pradosh Vrat 2023) पर भगवान शिव के इस स्त्रोत का पाठ करने से चमत्कारी लाभ मिलेंगे. तो चलिए जानते हैं कि ज्येष्ठ माह का प्रदोष व्रत किस दिन रखा जाएगा.

प्रदोष व्रत का महत्व (Pradosh Vrat 2023 Significance)
प्रदोष व्रत पर भगवान शिव जी की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. प्रदोष व्रत पर भगवान शिव जी के साथ-साथ शिव परिवार यानी माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश जी की पूजा करने से घर-परिवार में खुशहाली बनी रहती है. प्रदोष व्रत पर शाम को प्रदोष काल में पूजा का महत्व होता है. सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में पूजा करने और भगवान का भोग लगाने से शुभ फल मिलते हैं.

यह भी पढ़ें - Masik Shivratri 2023: कल मनाई जाएगी ज्येष्ठ माह की मासिक शिवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

शिव तांडव स्तोत्र (Shiv Tandav Stotram)
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं
चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्

जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी
विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि
धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावके
किशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम

धराधरेन्द्रनंदिनीविलासबन्धुबन्धुर
स्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे
कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदि
क्वचिद्दिगम्बरे(क्वचिच्चिदम्बरे) मनो विनोदमेतु वस्तुनि 

जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभा
कदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे 
मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरे
मनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि

सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखर
प्रसूनधूलिधोरणी विधूसराङ्घ्रिपीठभूः 
भुजङ्गराजमालया निबद्धजाटजूटक
श्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः 

यह भी पढ़ें - आज है ज्येष्ठ माह का दूसरा बड़ा मंगल, भूलकर भी न करें ये 4 काम हो सकता है नुकसान

ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभा
निपीतपञ्चसायकं नमन्निलिम्पनायकम् 
सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं
महाकपालिसम्पदेशिरोजटालमस्तु नः

करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वल
द्धनञ्जयाहुतीकृतप्रचण्डपञ्चसायके 
धराधरेन्द्रनन्दिनीकुचाग्रचित्रपत्रक
प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम

नवीनमेघमण्डली निरुद्धदुर्धरस्फुरत्
कुहूनिशीथिनीतमः प्रबन्धबद्धकन्धरः
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरः
कलानिधानबन्धुरः श्रियं जगद्धुरंधरः 

प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्चकालिमप्रभा
वलम्बिकण्ठकन्दलीरुचिप्रबद्धकन्धरम् 
स्मरच्छिदं पुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदं
गजच्छिदांधकच्छिदं तमन्तकच्छिदं भजे 

अगर्व सर्वमङ्गलाकलाकदम्बमञ्जरी
रसप्रवाहमाधुरी विजृम्भणामधुव्रतम् 
स्मरान्तकं पुरान्तकं भवान्तकं मखान्तकं
गजान्तकान्धकान्तकं तमन्तकान्तकं भजे 

कदा निलिम्पनिर्झरीनिकुञ्जकोटरे वसन्
विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरः स्थमञ्जलिं वहन् 
विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः
शिवेति मंत्रमुच्चरन् कदा सुखी भवाम्यहम् 

निलिम्प नाथनागरी कदम्ब मौलमल्लिका
निगुम्फनिर्भक्षरन्म धूष्णिकामनोहरः 
तनोतु नो मनोमुदं विनोदिनींमहनिशं
परिश्रय परं पदं तदङ्गजत्विषां चयः

प्रचण्ड वाडवानल प्रभाशुभप्रचारणी
महाष्टसिद्धिकामिनी जनावहूत जल्पना 
विमुक्त वाम लोचनो विवाहकालिकध्वनिः
शिवेति मन्त्रभूषगो जगज्जयाय जायताम् 

इमं हि नित्यमेवमुक्तमुत्तमोत्तमं स्तवं
पठन्स्मरन्ब्रुवन्नरो विशुद्धिमेतिसंततम् 
हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नान्यथा गतिं
विमोहनं हि देहिनां सुशङ्करस्य चिंतनम्
 
पूजावसानसमये दशवक्त्रगीतं
यः शम्भुपूजनपरं पठति प्रदोषे
तस्य स्थिरां रथगजेन्द्रतुरङ्गयुक्तां
लक्ष्मीं सदैव सुमुखिं प्रददाति शम्भुः

इति श्रीरावण कृतम्
शिव ताण्डव स्तोत्रम्स म्पूर्णम्

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement