Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Chaitra Ashtami Navami Kab Hai: कब है चैत्र नवरात्रि की अष्टमी नवमी तिथि, जानें सही तारीख से लेकर पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि में आठवें दिन दुर्गाष्टीम और नौवें दिन रामनवमी मनाई जाती है. इस दिन माता की पूजा अर्चना करने के साथ ही शुभ मुहूर्त में कन्याओं को खाना खिलाने व उपहार देने से माता रानी सभी इच्छाओं की पूर्ति करती हैं.

Latest News
Chaitra Ashtami Navami Kab Hai: कब है चैत्र नव�रात्रि की अष्टमी नवमी तिथि, जानें सही तारीख से लेकर पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

Chaitra Navratri Aashtami 2024: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) की शुरुआत 9 अप्रैल 2024 से हो गई है. नवरात्रि में माता के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना और व्रत किये जाते हैं. इससे माता अपने भक्तों के सभी दुख दूर कर मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं. जीवन में आने वाले संकट, बाधा और कष्टों का निवारण करती हैं. नवरात्रि में अष्टमी (Navratri Aashtami Kab Hai) और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है. इन दो तिथियों में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूजा आरती के बाद कन्या पूजन कर हवन इत्यादि कर व्रत समाप्त करते हैं. साथ ही नवमी तिथि को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है. आइए जानते हैं कि इस बार कब है अष्टमी, नवमी तिथि के साथ शुभ मुहूर्त...


55 साल बाद बनने जा रहा चतुर्ग्रही योग, इन राशियों के जातकों की चमक जाएगी किस्मत, हर काम में मिलेगी सफलता


इस दिन है अष्टमी और नवमी तिथि

इस बार नवरात्रि की अष्टमी तिथि की शुरुआत 16 अप्रैल  मंगलवार को शुरू हो जाएगी. वहीं नवमी तिथि 17 अप्रैल बुधवार को रहेगी. अष्टमी तिथि की शुरुआत चैत्र शुक्ल पक्ष में 15 अप्रैल को 12 बजकर 11 मिनट पर होगी. यह अगले दिन 1 बजकर 23 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. वहीं नवमी तिथि की शुरुआत  16 अप्रैल को 1 बजकर 23 मिनट से अगले दिन 17 अप्रैल को 3 बजकर 14 मिनट तक रहेगी. वहीं राम नवमी पर शुभ मुहूर्त 11 बजकर 10 मिनट से 1 बजकर 43 मिनट तम रहेगा. 


पूर्व IAS ने रामलला को भेट की रामचरितमानस, 500 पेजों पर चढ़ाई सोने की परत, वजन और कीमत जानकर रह जाएंगे हैरान


अष्टमी और नवमी पर करें कन्या पूजन

नवरात्रि में कुछ लोग अष्टमी तो कुछ जगहों नवमी तिथि पर पूजा अर्चना करने के साथ ही व्रत का पारण किया जाता है. दुर्गाष्टमी और रामनवमी पर छोटी कन्याओं की पूजा कर उन्हें भोजन कराने व उपहार देने से माता रानी प्रसन्न होती हैं. इस दिन मुख्य रूप से 9 साल तक की कन्याओं को पूजा अर्चना करने के साथ ही उन्हें प्रसाद भोग लगाकर उपहार देने से माता रानी प्रसन्न होती हैं. घर में बरकत आती है. कन्या पूजन करने से माता रानी के भक्तों के पास कभी कोई संकट और दुख नहीं आता है. सभी इच्छाओं की माता रानी पूर्ण करती हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement