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घोड़े और सूअर बताएंगे कितने सभ्य हैं आप! Research में हुए चौंकाने वाले खुलासे

शोधकर्ताओं ने पाया कि जिस तरह इंसानो की आवाज निकलती है, ये जानवर उसी प्रकार से अपने इमोशन को दर्शाते हैं.

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घोड़े और सूअर बताएंगे कितने सभ्य हैं आप! Research में हुए चौंकाने वाले खुलासे
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डीएनए हिंदी: क्या आप जानते हैं कि जो पालतू जानवर आप पालते हैं, उनके अंदर आपके व्यवहार को समझने और उसे जानने की क्षमता होती है? यानी ये जानवर उनके प्रति आपके व्यवहार को देखकर ही समझ जाते हैं कि आप कितने सभ्य हैं. खासतौर पर सूअर और घोड़ों में यह प्रतिभा देखी गई है. 

दरअसल, कोपनहेगन विश्वविद्यालय के जीव विज्ञान विभाग और ETH Zurich द्वारा किए गए एक शोध से इस बात का खुलासा हुआ है कि इस तरह के जानवर आपकी ऊंची या नीची आवाज पर उसी तरह की प्रतिक्रिया देते हैं.  शोधकर्ताओं ने पाया कि जिस तरह इंसानो की आवाज निकलती है, ये जानवर उसी प्रकार से अपने इमोशन को दर्शाते हैं.

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जानकारी के अनुसार, यह शोध सूअर और  घोड़ों पर किया गया. इसके लिए शोधकर्ताओं ने जानवरों के मलिक की हूबहू आवाज निकालने के लिए वॉइस आर्टिस्ट का सहारा लिया जिससे इस बात का पता लगाया जा सके कि उनके पालतू  जानवर अपने असली मालिक की आवाज को पहचान पाते हैं या नहीं. 

इसके बाद वॉइस आर्टिस्ट से अस्पष्ट उच्चारण के साथ पॉजिटिव और नेगेटिव आवाजें निकालने को कहा गया. इस दौरान सामने आया कि जानवरों ने वाकई में उस आवाज को समझ लिया था. शोधकर्ताओं ने जानवरों की प्रतिक्रियाओं को भी रिकॉर्ड किया. साथ ही उनके कान और पूंछ की हरकतों पर भी गौर किया गया. असल में शोधकर्ता यह जानना चाहते थे कि क्या वाकई जानवर अपने मालिक के इमोशंस के हिसाब से प्रतिक्रिया देते हैं या नहीं? शोधकर्ताओं का अंदाजा सही निकला. 

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शोध में सामने आया कि उन आवाजों पर जानवरों की प्रतिक्रिया ठीक वैसी ही थी जैसा वे अपने मालिक को देते थे. खासतौर पर जब कोई भी नेगेटिव आवाज इन जानवरों को सुनाई जाती थी तो उनकी तरफ से काफी गंभीर प्रतिक्रिया देखी जा रही थी. 

मामले को लेकर जीवविज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एलोडी ब्रीफ़र ने कहा, नतीजों को देखकर ये साफ पता चलता है कि हमारी आवाज इन जानवरों की भावनात्मक स्थिति पर सीधा असर डालती है जो काफी रोचक है. उन्होंने आगे बताया, जानवर नेगेटिव भाषा पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हैं तो उसी तरह से इसका उल्टा होने पर ये शांत प्रवृत्ति के हो जाते हैं.

(रिपोर्ट- के टी अल्फी)

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