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California Heatwave के चलते तापमान इस कदर बढ़ा कि EV चार्ज करने पर लगानी पड़ी पाबंदी

ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए पेट्रोल-डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन दुनियाभर में तबाही मचा रही हीटवेव ने इन वाहनों के चलने पर भी रोक लगवा दी है. जानिए क्यों किया गया है ऐसा.

California Heatwave के चलते तापमान इस कदर बढ़ा कि EV चार्ज करने पर लगानी पड़ी पाबंदी
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डीएनए हिंदी: चीन, यूरोप से लेकर अमेरिका तक, इस बार बेतहाशा गर्मी ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. इस जबरदस्त हीटवेव के लिए पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों के धुएं को बड़ा कारण बताया जा रहा है. साथ ही ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) रोकने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की बातें हो रही हैं, लेकिन बढ़ते तापमान में इलेक्ट्रिक वाहन भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं. 

अमेरिका के कैलिफोर्निया (California) राज्य में हीटवेव (Heatwave) के चलते इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने पर पाबंदी लगा दी गई है. इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन ने बुधवार को बाकायदा एडवाइजरी जारी की है, जिसमें पीक आवर्स के दौरान लोगों से अपने इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज नहीं करने के लिए कहा गया है. ऐसा करने पर हीटवेव के कारण पहले से ही ज्यादा गर्म हो रहे इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड के फेल होने का खतरा हो गया है. बता दें कि महज एक सप्ताह पहले ही कैलिफोर्निया ने साल 2035 से अपने यहां केवल इलेक्ट्रिक वाहन ही चलाने की घोषणा की है.

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लॉस एंजेलिस में 44 डिग्री पहुंच गया है तापमान

वेस्टर्न USA में हीटवेव जानलेवा स्तर तक पहुंच गई है. इसके चलते लॉस एंजेलिस (Los Angeles) के आसपास के इलाके में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. तापमान में इस उछाल के चलते बिजली की मांग बेतहाशा बढ़ने के कारण पॉवर ग्रिड पर पहले ही बेहद दबाव बना हुआ है. खासतौर पर लोग अपने काम और स्कूल के बाद के घंटों में एयर कंडीशनर का बेतहाशा उपयोग कर रहे हैं. इसके चलते ही कैलिफोर्निया अथॉरिटी को इलेक्ट्रिसिटी बचाने की अपील करनी पड़ी है.

राज्य के पॉवर ग्रिड ऑपरेट करने वाली कंपनी कैलिफोर्निया इंडिपेंडेंट सिस्टम ऑपरेटर ने कहा, कंज्यूमर्स से अपील है कि यदि उनका स्वास्थ्य इजाजत दें तो थर्मोस्टेट्स को 25 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा पर सेट कर दें. इस दौरान प्रमुख उपकरणों का उपयोग न करें और अनावश्यक लाइट भी बंद कर दें.

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दोपहर 4 बजे से 9 बजे तक ना चार्ज करें वाहन

कंपनी ने अपील की है कि जिन लोगों के पास इलेक्ट्रिक वाहन हैं, वे दोपहर 4 बजे से रात 9 बजे तक अपने वाहन चार्जिंग के लिए नहीं लगाएं. कंपनी के मुताबिक, ये बिजली की सबसे ज्यादा मांग वाला समय है, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग ग्रिड पर एकस्ट्रा लोड डालकर उसे फेल कर सकती है. 

सबसे ज्यादा चिंता 'शोल्डर आवर्स' की

कंपनी ने सबसे ज्यादा चिंता उन घंटों के दौरान बिजली के उपयोग पर जताई है, जिन्हें 'शोल्डर आवर्स' कहा जाता है. ये वो घंटे हैं, जब सूरज छिपने पर छतों पर लगे सोलर पैनल बिजली बनाना बंद कर देते हैं, लेकिन वातावरण का तापमान बहुत ज्यादा होने के चलते घरों में बिजली की मांग पहले जैसी ही बेहद ज्यादा बनी रहती है.

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पेट्रोल-डीजल वाहन बैन का टाइम तय करने वाला पहला राज्य

कैलिफोर्निया एक सप्ताह पहले ही दुनिया के किसी देश का पहला ऐसा राज्य बना था, जिसने अपने यहां जीवाश्म ईंधन से चलने वाले वाहन बैन करने का टाइम तय कर दिया है. कैलिफोर्निया प्रशासन ने कहा था कि साल 2035 के बाद राज्य में पेट्रोल-डीजल से चलने वाले नए वाहनों की बिक्री नहीं होगी. 

कैलिफोर्निया के इस कदम को EV इंडस्ट्री में गेमचेंजर माना गया था, क्योंकि कैलिफोर्निया की ऑटोमोबाइल मार्केट बेहद बड़ी है और वहां ऐसे बैन से अमेरिका ही नहीं इंटरनेशनल लेवल पर प्रभाव पड़ने की संभावना है. हालांकि अब उनके इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग रोकने के फैसले को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स मजाक भी उड़ा रहे हैं.

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