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फ्रांस में रोके गए विमान ने 3 दिन बाद भरी उड़ान, फ्लाइट में 303 यात्री थे सवार

France Flight Takes Off: संयुक्त अरब अमीरात के दुबई से 303 यात्रियों को लेकर निकारागुआ जा रही फ्लाइट को मानव तस्करी के संदेह में पेरिस से 150 किमी पूर्व में स्थित वैट्री एयरपोर्ट पर रोक लिया गया था.

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फ्रांस में रोके गए विमान ने 3 दिन बाद भरी उड़ान, फ्लाइट में 303 यात्री थे सवार

France Flight Takes Off

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डीएनए हिंदी: फ्रांस की राजधानी पेरिस में रोके गए रोमानियाई के विमान ने 3 दिन बाद मुंबई के लिए उड़ान भरी. इस विमान में 303 यात्री सवार थे. जिनमें से ज्यादातर भारतीय हैं. 22 दिसंबर को इस विमान को मानव तस्करी के संदेह में पेरिस से 150 किमी पूर्व में स्थित वैट्री हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था. फ्रांसीसी चैनल बीएफएम टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, विमान ने सोमवार को स्थानीय समय अनुसार दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर उड़ान भरी.

संयुक्त अरब अमीरात के दुबई से 303 यात्रियों को लेकर निकारागुआ जा रही उड़ान को मानव तस्करी के संदेह में गुरुवार को पेरिस से 150 किमी पूर्व में स्थित वैट्री हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था. फ्रांसीसी अधिकारियों ने रविवार को रोमानियाई कंपनी लीजेंड एअरलाइंस द्वारा संचालित A340 विमान को अपनी यात्रा फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी थी. मार्ने प्रान्त के अनुसार, जिस विमान को रवाना किया गया उसमें 276 यात्री सवार थे. साथ ही दो नाबालिगों सहित 25 ने फ्रांस में आश्रय के लिए आवेदन किया है और वे अभी फ्रांस में ही हैं. खबर में बताया गया कि दो अन्य यात्रियों को आज न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें रिहा कर दिया गया. आश्रय के लिए किए गए आवेदन की जांच रोइस्सी-चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट पर की जाएगी. पहले विमान के सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरने की उम्मीद थी.

भारतीय दूतावास ने किया पोस्ट
मीडिया की खबरों में बताया कि कुछ यात्री अपने मूल देश नहीं लौटना चाहते थे. इसके चलते विमान के उड़ान में देरी हुई. फ्रांस में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’(पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारतीय यात्रियों को घर लौटने में सक्षम बनाने के लिए मामले के त्वरित समाधान और आतिथ्य सत्कार के वास्ते फ्रांसीसी सरकार और वैट्री हवाई अड्डे का धन्यवाद. साथ ही उनकी (यात्रियों की) सुचारू और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मौके पर मौजूद दूतावास टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए भी धन्यवाद. भारत में एजेंसियों का भी आभार.’ 

बताया जा रहा है कि विमान पहले संयुक्त अरब अमीरात में उतरेगा और फिर मुंबई के लिए रवाना होगा. Romanian Airlines लीजेंड एअरलाइंस की वकील मी लिलियाना बकायोको के अनुसार, स्थिति कुछ समय के लिए भ्रमित करने वाली रही. उन्होंने बीएफएम टीवी से कहा कि कुछ यात्री अपने मूल देश नहीं लौटना चाहते और उन्होंने आज सोमवार सुबह शुरू में विमान में चढ़ने से इनकार कर दिया. रिपोर्ट में कहा गया कि कुछ यात्री इस वापसी से नाखुश होंगे, क्योंकि वे योजना के अनुसार निकारागुआ की अपनी यात्रा जारी रखना चाहते हैं. 

वकील ने कहा कि हमें बहुत राहत है, हम बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे थे. जांचकर्ताओं के लिए उपलब्ध रहेगी और अपने ग्राहक से हर्जाना मांगेगी, क्योंकि उसे काफी नुकसान हुआ है. 24 दिसंबर को हवाई अड्डे को अस्थायी अदालत परिसर में बदल दिया गया और चार फ्रांसीसी न्यायाधीशों ने हिरासत में लिए गए यात्रियों से पूछताछ की. यह सुनवाई मानव तस्करी के संदेह में पेरिस अभियोजक के कार्यालय द्वारा शुरू की गई जांच के हिस्से के रूप में आयोजित की गई थी.

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फ्रांसीसी मीडिया के अनुसार, कुछ यात्रियों ने हिंदी और कुछ ने तमिल भाषा में अपनी बात रखी. विमान के रवाना होने के लिए अधिकृत होने के बाद रविवार को फ्रांसीसी न्यायाधीशों ने प्रक्रिया में अनियमितताओं के कारण सुनवाई रद्द करने का फैसला किया. यात्रियों में 21 महीने का एक बच्चा और 11 ऐसे नाबालिग शामिल हैं, जिनके साथ कोई नहीं है. विमान के दो यात्रियों की पुलिस हिरासत की शर्तें सोमवार को हटा ली गईं. दोनों व्यक्तियों को अवैध आव्रजन गिरोह में भूमिका निभाने के संदेह में शुक्रवार को हिरासत में लिया गया था. उनकी हिरासत शनिवार को 48 घंटे तक के लिए बढ़ा दी गई थी.

फ्रांस में मानव तस्करी में 20 साल की सजा
लोक अभियोजक के कार्यालय ने कहा कि एक न्यायिक जांच शुरू की गई है. एयरलाइन की वकील ने तस्करी में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया. बकायोको ने कहा कि विमान को किराए पर लेने वाली एक साझेदार कंपनी प्रत्येक यात्री के पहचान दस्तावेजों को सत्यापित करने के लिए जिम्मेदार थी और उड़ान से 48 घंटे पहले यात्रियों की पासपोर्ट जानकारी एयरलाइन को भेजी थी. फ्रांस में मानव तस्करी के लिए 20 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है. (इनपुट- भाषा)

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