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जो बाइडन की यात्रा, रूस ने सस्पेंड किया NEW START समझौता, क्या परमाणु युद्ध की हो रही तैयारी?

NEW START Treaty: जो बाइडेन की यूक्रेन यात्रा के तुरंत बाद रूस ने NEW START समझौते को निलंबित करने का ऐलान कर दिया है.

जो बाइडन की यात्रा, रूस ने सस्पेंड किया NEW START समझौता, क्या परमाणु युद्ध की हो रही तैयारी?

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डीएनए हिंदी: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के यूक्रेन दौरे ने रूस और यूक्रेन के युद्ध में आग में घी का काम किया है. इस दौरे से तिलमिलाए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान कर दिया है कि रूस NEW START समझौते को निलंबित कर रहा है. इसका सीधा-सीधा मतलब है कि अब रूस अपने हिसाब से परमाणु हथियारों का जमकर विस्तार करने की ओर आगे बढ़ेगा. रूस के खिलाफ लामबंद होते पश्चिम के देशों को पुतिन ने बार-बार परमाणु हमले की चेतावनी दी है. अब आशंका जताई है कि जो बाइडेन के इस दौरे के बाद रूस ने भी तय कर लिया है कि अब उसका 'एकमात्र सहारा' परमाणु बम ही है.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को घोषणा की कि रूस NEW START समझौते को निलंबित कर रहा है. इस समझौते का उद्देश्य परमाणु हथियारों के विस्तार पर रोक लगाना है. यह संधि अमेरिका के साथ रूस का आखिरी बचा हुआ परमाणु हथियार नियंत्रण समझौता है. व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव नहीं करेंगे. पुतिन की इस घोषणा से पश्चिमी देशों और रूस के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है.

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क्या है NEW START समझौता?
NEW START समझौते पर साल 2010 में रूस और अमेरिका ने हस्ताक्षर किए थे. यह संधि दोनों सुपर पावर देशों की ओर से तैनात किए जा सकने वाले लंबी दूरी के परमाणु हथियारों की संख्या को सीमित करती है. साथ ही, परमाणु हथियार ले जाने में समक्ष मिसाइल के उपयोग को भी सीमित करती है. यानी इस समझौते के तहत दोनों देश भारी परमाणु हथियारों को सीमित रखते हैं. पुतिन ने यह भी कहा कि रूस को परमाणु हथियारों के परीक्षण को फिर से शुरू करने के लिए तैयार रहना चाहिए, अगर अमेरिका ऐसा करता है तो.

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इस मौके पर पुतिन ने कहा, 'वे हमें एक रणनीतिक हार देना चाहते हैं और उसी समय हमारी परमाणु ठिकानों तक पहुंचने की कोशिश करना चाहते हैं. मुझे आज यह घोषणा करनी है कि रूस सामरिक आक्रामक शस्त्रों पर संधि में अपनी भागीदारी को निलंबित कर रहा है.' अपने बहुप्रतीक्षित संबोधन में पुतिन ने रूस और यूक्रेन को पश्चिमी देशों के दोहरे रवैये का ‘पीड़ित’ बताया और कहा कि यूक्रेन नहीं, बल्कि रूस अपने अस्तित्व के लिए लड़ाई लड़ रहा है.

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रूस-यूक्रेन युद्ध के एक साल
शुक्रवार को युद्ध के एक साल होने से पहले पुतिन ने कहा, 'हम यूक्रेन के लोगों से नहीं लड़ रहे. यूक्रेन कीव के शासन का बंधक बन गया है और पश्चिमी आकाओं ने देश पर प्रभावी रूप से कब्जा कर लिया है.' पुतिन ने अपने संबोधन में युद्ध को बार-बार जायज करार दिया और यूक्रेन में कब्जे वाले इलाकों से सैनिकों को हटाने की अंतरराष्ट्रीय मांगों को खारिज कर दिया.

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