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Gujarat GDP Growth Rate: साल 2017 से अब तक कितना करवट ले चुका है गुजरात?

Gujarat GDP Growth Rate: साल 2017 से लेकर अब तक गुजरात में कई गुना आर्थिक विकास हो चुका है. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर...

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Gujarat GDP Growth Rate: साल 2017 से अब तक कितना करवट ले चुका है गुजरात?

Gujarat Economic Growth

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डीएनए हिंदी: भारत का पश्चिमी तट यानी कि गुजरात (Gujarat). कहते हैं यहां के बच्चे में भी इतनी काबिलियत होती है कि वो अपने दम पर कोई भी बिजनेस खड़ा (Gujarat GDP Growth Rate) कर सकता है. इसके व्यापार की वजह से ही आज गुजरात देश के उच्च विकास वाले राज्यों में से एक है. गुजरात भारत के प्रमुख औद्योगिक राज्यों में से एक है. मौजूदा कीमतों पर फाइनेंशियल  ईयर में गुजरात का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 22,03,062 करोड़ (US 288.73 बिलियन डॉलर) रुपये होने का अनुमान है. यानी YoY में 13.3% की वृद्धि. साल 2016-17 में गुजरात का GSDP 1,167,156 करोड़ रुपये था. वहीं 2017-18 में 1,329,095 करोड़ रुपये, 2018-19 में 1,502,899 करोड़ रुपये और 2019-20 यानी कि covid-19 के वक्त इसका GSDP 1,649,505 करोड़ रुपये था. 

अगर साल 2017 से अब अटक गुजरात के विकास पर नजर डालें तो इसमें तेजी के साथ ग्रोथ देखने को मिला है. जानकारी के लिए बता दें कि गुजरात 13 प्रमुख इंडस्ट्री सेक्टर हैं जो कुल कारखानों का लगभग 82.05%, कुल निश्चित पूंजी निवेश का 95.85%, आउटपुट के मूल्य का 90.09% और गुजरात की औद्योगिक अर्थव्यवस्था (Gujarat's Industrial Economy) में मूल्यवर्धन का 93.21% हिस्सा हैं. वित्त वर्ष 2022-23 (अगस्त 2022 तक) में राज्य से कुल निर्यात 65,248.53 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा है. 

गुजरात केमिकल, पेट्रोकेमिकल्स, डेयरी, ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स, सीमेंट और चीनी मिट्टी की चीज़ें, रत्न और आभूषण, कपड़ा और इंजीनियरिंग जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में लीडिंग राज्य है. औद्योगिक क्षेत्र में 800 से अधिक बड़े उद्योग और 453,339 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम शामिल हैं.

गुजरात में 3,300 से अधिक फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिन्होंने 2018-19 के दौरान भारत के फार्मा क्षेत्र के कारोबार में 30-35% और भारत के फार्मा निर्यात में लगभग 28% का योगदान दिया. वित्त वर्ष 22 में गुजरात से ड्रग फॉर्मूलेशन का निर्यात 2,824.55 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया. 

2019-20 में, राज्य ने 4.6 मिलियन टन पेट्रोलियम (Crude) और 1,287 मिलियन क्यूबिक मीटर नेचुरल गैस का प्रोडक्शन किया. 2019-20 में पेट्रोलियम उत्पादों की कुल खपत 22.53 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) रही. वित्त वर्ष 22 में गुजरात से पेट्रोलियम उत्पाद का निर्यात 36,842.98 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा. 31 अगस्त, 2022 तक, गुजरात की कुल स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता 44,930.44 मेगावाट थी, जिसमें निजी उपयोगिताओं के तहत 29,204.20 मेगावाट, 8,452.61 मेगावाट (राज्य उपयोगिताओं) और 7,273.63 मेगावाट (केंद्रीय उपयोगिताओं) शामिल हैं.

गुजरात के मुख्य तीन सेक्टर्स हैं जिनसे गुजरात की अर्थव्यवस्था का तेजी के साथ विकास हो रहा है. पहला सेक्टर हो गया खेती किसानी (Agriculture), दूसरा ऑटोमोबाइल (Automobile) और तीसरा फार्मास्यूटिकल. हालांकि इस दौरान गुजरात में और भी कई सेक्टर्स हैं जो इसके विकास को एक नया रुख दे रहे हैं. आइए जानते हैं इन प्रमुख सेक्टर्स के बारे में:

गुजरात में खेती-किसानी से कितना होता है फायदा?

गुजरात के कुछ क्षेत्रों में पानी की कमी भले हो लेकिन इसके कुछ फसल राज्य के विकास की धारा को संभाल रखे हैं. इसमें कपास, मूंगफली, तंबाकू, जीरा, तिल जैसे फसल हैं, जिनकी ज्यादा मात्रा में उत्पादन होती है. बता दें कि गुजरात में कुल फसल क्षेत्र कुल भूमि क्षेत्र के आधे से कहीं ज्यादा है. इसके अलावा पशुपालन और डेयरी ने भी गुजरात की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में एक खास भूमिका निभाई है. यहां पर लोग दूध उत्पादन सहकारी आधार पर करते हैं और इसके सदस्य ही कम से कम 10 लाख से ज्यादा हैं. Amul दूध जो कि एशिया की सबसे बड़ी डेयरी है वह गुजरात की ही है. 

गुजरात में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स  

हाल के समय में गुजरात एक कार मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरा है. Tata Motors ने अहमदाबाद के एक छोटे से शहर साणंद में नैनो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की स्थापना की है. बता दें कि गुजरात में सुजुकी मोटर (Suzuki Motor), फोर्ड इंडिया (Ford India), होंडा (Honda) और हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) जैसी बहुराष्ट्रीय ऑटोमोबाइल कंपनियों के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं. वहीं गुजरात में हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण सुविधाओं में भी तेजी के साथ विकास कर रहा है.

गुजरात में IT Sector का दबदबा

अगर आपको पता हो तो गुजरात में ही देश का स्मार्ट विलेज भी है. जहां बिजली पानी के अलावा हर घर में wifi है. इसके अलावा इस डॉलर शहर में अब IT की पॉपुलैरिटी भी तेजी के साथ बढ़ती हुई नजर आ रही है. बता दें कि भारत की अर्थव्यवस्था IT sector पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है. उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2025 तक आईटी क्षेत्र का योगदान भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 10% होगा, जो 2020 में 8% था. अब समझते हैं कि गुजरात में इसका क्या योगदान है? दरअसल गुजरात भारत का प्रमुख औद्योगिक राज्य है. इसे अनुकूल कारोबारी माहौल देने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तर पर मान्यता मिली है. इसे EoDB (Ease of Doing Business) और अन्य सुविधाओं का समर्थन भी मिला है.

सरकार ने गुजरात में आईटी और आईटीईएस के लिए अधिक लोकल टैलेंट को काम मुहैया कराने के लिए विशेष प्रोत्साहन प्रदान किया है. आईटी/आईटीईएस नीति 2022-27 प्रमुख रूप से गुजरात में निवेश करने वाली आईटी फर्मों को पूंजी और परिचालन दोनों सहायता प्रदान करती है और एक लाख डायरेक्ट एम्प्लॉयमेंट पैदा करने का वादा करती है. रणनीति का अनुमानित परिणाम आईटी निर्यात में 3,101 करोड़ रुपये से 25,000 करोड़ रुपये तक आठ गुना वृद्धि है. अब, गुजरात का आईटी का निर्यात कुल निर्यात का लगभग 1% है.

यानी गुजरात ना सिर्फ पर्यटन, खेती किसानी, फार्मास्यूटिकल से ही आर्थिक तरक्की पा रहा है. बल्कि अब इस विकास में ऑटोमोबाइल और आईटी सेक्टर ने भी चार चांद लगा दिया है.

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