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जल्द हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस पॉलिसीज के लिए अनिवार्य हो सकता है केवाईसी, यहां देखें डिटेल

भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के लिए केवाईसी (KYC) डिटेल अनिवार्य करने की योजना बना रहा है. मौजूदा समय में नॉन-लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय केवाईसी की आवश्यकता स्वैच्छिक है. पढ़ें अनुराग शाह की रिपोर्ट.

जल्द हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस पॉलिसीज के लिए अनिवार्य हो सकता है केवाईसी, यहां देखें डिटेल

Corporate Health Insurance

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डीएनए हिंदी: हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी (Health and Motor Insurance Policies) खरीदते समय आपको जल्द ही अपने ग्राहक को जानिए (KYC) डॉक्युमेंट्स जमा कराने होंगे. ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण जनरल इंश्योरेंस ((IRDAI) कंपनियों के लिए केवाईसी डिटेल अनिवार्य करने की योजना बना रहा है. मौजूदा समय में नॉन-लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी (Non-Life Insurance Policy) खरीदते समय केवाईसी की आवश्यकता स्वैच्छिक है. हालांकि, केवाईसी दस्तावेज, जैसे कि पहचान का प्रमाण और पते का प्रमाण, हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए अनिवार्य हैं, खासकर अगर दावा राशि 1 लाख रुपये और उससे अधिक है.

क्या कहते हैं जानकार 
इंश्योरेंस एक्सपर्ट के अनुसार केवाईसी को अनिवार्य बनाने से उन्हें ग्राहकों का एक विस्तृत डेटाबेस बनाने में मदद मिलेगी जो बदले में क्लेम सेटलमेंट के समय फायदेमंद साबित होगा. एक मीडिया रिपोर्ट में फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनूप राव कहते हैं कि हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस पॉलिसीज के लिए केवाईसी अनिवार्य बनाने से इंश्योरेंस कंपनियों को ग्राहकों की प्रोफाइल बनाने में मदद मिलेगी जो लंबे समय में सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद साबित होगी. शुरुआती फेज में केवाईसी से पॉलिसीधारकों को भी मदद मिलेगी क्योंकि इससे क्लेम सेटलमेंट में तेजी आएगी. 

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वीडियो कवाईसी की हुई शुरुआत 
सूत्रों के मुताबिक, नियामक की योजना 1 नवंबर से इसे अनिवार्य करने की है, लेकिन उद्योग ने इसे लागू करने के लिए विस्तार की मांग की है. हाल ही में इरडा ने लाइफ और नॉन-लाइफ सहित सभी बीमाकर्ताओं को वीडियो-आधारित पहचान प्रक्रिया के माध्यम से बीमा योजनाओं को ऑफर करने की अनुमति दी, जिससे महामारी की स्थिति के कारण केवाईसी आवश्यकताओं को ऑनलाइन पूरा करने में मदद मिली. वीडियो केवाईसी ने उन्हें क्रॉस-चेक करने में मदद की कि क्या पॉलिसी वास्तविक व्यक्ति को जारी की गई है ताकि बाद में धोखाधड़ी के किसी भी मामले से बचा जा सके.

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