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Tallest Building in India: मुंबई में है भारत का 'बुर्ज खलीफा', 40 करोड़ रुपये से शुरू है कीमत

दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा  (Burj Khalifa) के बारे में तो आप सब जानते ही होंगे. लेकिन क्या आप भारत की सबसे ऊंची इमारत के बारे में जानते हैं. नहीं ना, तो चलिए आपको बताते हैं...

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Tallest Building in India: मुंबई में है भारत का 'बुर्ज खलीफा', 40 करोड़ रुपये से शुरू है कीमत

Tallest Building in India: Palais Royale

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डीएनए हिंदी: भारत की सबसे ऊंची इमारत पैलेस रोयाल  (Palais Royale) है. ये मुंबई के वर्ली शहर में स्थित है. बता दें कि इसको बनाने का काम 2007 से ही शुरू किया गया है. लेकिन इसके निर्माण कार्य में किसी न किसी वजह से रुकावट आती ही रहती हैं. इसका आधारभूत ढांचा और फ्लोर पूरी तरह से बन चुके हैं. लेकिन इसके फिनिशिंग में अभी समय लग सकता है.

समय-समय पर पैलेस रोयाल बिल्डिंग की चर्चा होती रहती है. इसके बनने की कहानी बहुत ही रोचक और दुखद दोनों हैं. जानकारी के मुताबिक, इसका निर्माण कार्य साल 2007 में किया गया था. इस प्रोजेक्ट को स्टार्ट करने का श्रेय विकास कसलीवाल नामक एक शख्स को जाता है. ये रियल एस्टेट डेवलपर और पूर्व में श्री राम अर्बन इंफ्रा के प्रमोटर भी थे. पिछले साल यानी 2022 में इन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा, इस कारण ही पैलेस रोयाल बिल्डिंग दोबारा चर्चा में आ गई थी.

विकास ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने बिल्डिंग बनाने में 1000 करोड़ रुपये के घोटाले के बारे में जिक्र किया था. उन्होंने आगे कहा कि इस इमारत के निर्माण कार्य में राज्य सरकार और ग्रेटर मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को रेवेन्यू का घाटा हुआ है. हालांकि, इस आरोप के बारे में किसी को कुछ पता नहीं चल सका है.

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इस बिल्डिंग का काम शुरू करने के 5 साल बाद 2012 तक इसका टॉप फ्लोर बन चुका था. उसी साल यानी 2012 में इस इमारत के खिलाफ कई जनहित याचिकाएं दर्ज कराई गई. इसके बाद ये मामला कोर्ट तक पहुंच गया और इस बिल्डिंग के निर्माण पर रोक लगा दी गई. कोर्ट में ये मामला जितना बढ़ता गया उतनी ही इस प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ती गई. फिर एक दिन इस प्रोजेक्ट के प्रमोटर श्रीराम अर्बन इंफ्रा को दिवालिया घोषित कर दिया गया. अर्बन ने इंडियाबुल्स से लोन लिया था जिस वजह से इंडियाबुल्स ने इस प्रोजेक्ट को नीलाम कर दिया. इसके नए प्रमोटर ऑनेस्ट शेल्टर प्राइवेट लिमिटेड बने. अब इस प्रोजेक्ट को 2022 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य साधा गया था. लेकिन ये लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया. बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग को बनाने में लगभग 3 हजार करोड़ रुपये का खर्च आया है.

बात करें इस बिल्डिंग में फ्लैट के रेट की तो 2013 में एक फ्लैट की बुकिंग प्राइस लगभग 27 करोड़ रुपये था. इस समय इसका सबसे सस्ता फ्लैट भी 40 करोड़ रुपये का है. इस बिल्डिंग में कुल 72 फ्लोर हैं. ये एक प्रीमियम रेजिडेंशियल इमारत है. क्योंकि ये भारत की सबसे ऊंची  बिल्डिंगों मे से एक है.

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