Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

पंजाब की जीत के साथ क्या National Party बन जाएगी AAP? जानें क्या हैं राष्ट्रीय पार्टी बनने के नियम

दिल्ली के बाद पंजाब ऐसा दूसरा राज्य होगा जहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है.

पंजाब की जीत के साथ क्या National Party बन जाएगी AAP? जानें क्या हैं राष्ट्रीय पार्टी बनने के नियम

Will AAP become the National Party with the victory of Punjab? Know what are the rules for national party

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदीः पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election Result) के नतीजों आम आदमी पार्टी (AAP) ने कमाल कर दिखाया है. आप पंजाब में बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. 92 सीटों पर जीत के साथ सत्ता में आ रही है. पंजाब के संगरूर से दूसरी बार सांसद बने भगवंत मान (Bhagwant Mann) को पार्टी पहले ही अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार तय कर चुकी है. 2017 के विधानसभा चुनाव में ‘आप’ को सत्ता तो नहीं मिली लेकिन वह मुख्य विपक्षी दल बन गया. दिल्ली के बाद पंजाब ऐसा दूसरा राज्य होगा जहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है हालांकि पार्टी गोवा और उत्तराखंड में भी चुनाव लड़ी है, लेकिन रुझानों में जहां उत्तराखंड में आप का खाता भी नहीं खुला वहीं गोवा में आप को महज दो सीटें मिली हैं. पंजाब में जीत के साथ चर्चा होने लगी है कि क्या आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनने जा रही है. आइये समझते हैं कि राष्ट्रीय पार्टी क्या होगी है और इसे कैसे मान्यता मिलती है. 

कितने तरह की होती हैं पार्टियां?
देश में तीन तरह की पार्टियां हैं. राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय पार्टियां. देश में राष्ट्रीय पार्टियों की बात करें तो यह केवल सात ही हैं. वहीं राज्य स्तर के 35 दल और क्षेत्रीय दलों की संख्या 350 से अधिक हैं. 

यह भी पढ़ेंः यूपी के वो CM जिनकी कुछ घंटे ही चली सरकार, जानें कैसे बना ये अनचाहा Record 

कैसे बनती है राष्ट्रीय पार्टी?
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया जाता है. इसके लिए तीन शर्तें तय की गई हैं. इनमें से जो भी पार्टी एक भी शर्त को पूरा कर लेती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया जाता है.  

क्या हैं राष्ट्रीय पार्टी बनने की तीन शर्तें?

पहली शर्त - कोई पार्टी तीन राज्यों के लोकसभा चुनाव में 2 फीसद सीटें जीते  

दूसरी शर्त - 4 लोकसभा सीटों के अलावा कोई पार्टी लोकसभा में 6 फीसदी वोट हासिल करे या विधानसभा चुनावों में कम से कम चार या इससे अधिक राज्यों में 6 फीसदी वोट जुटाए. 

तीसरी शर्त - कोई पार्टी चार या इससे अधिक राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता रखे. 

यह भी पढ़ेंः Yogi Adityanath दोबारा बने मुख्यमंत्री तो UP में एक साथ टूटेंगे कई रिकॉर्ड

राष्ट्रीय पार्टी बनने से क्या होगा है फायदा? 
अगर कोई पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन जाती है तो इसके कई फायदे होते हैं. पार्टी को पूरे देश में एक आरक्षित चुनाव चिन्ह मिल जाता है. नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवारों के प्रस्तावकों की संख्या बढ़ सकती है. इसके साथ ही राष्ट्रीय मीडिया पर फ्री एयरटाइम मिल जाता है.  

देश कितनी हैं राष्ट्रीय पार्टियां?
देश की राष्ट्रीय पार्टियों में बीजेपी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, नेशलिस्ट कांग्रेस पार्टी और तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement