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Gulshan Kumar Birth Anniversary: 16 गोलियों से हुए थे छलनी, बेहद फिल्मी है इनकी कहानी

'कैसेट किंग' गुलशन कुमार का आज 66वीं बर्थ एनिवर्सिरी है. उनका जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था.

Gulshan Kumar Birth Anniversary: 16 गोलियों से हुए थे छलनी, बेहद फिल्मी है इनकी कहानी

गुलशन कुमार

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डीएनए हिंदी: भजन सम्राट गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) आज हमारे बीच नहीं हैं. 5 मई को एक पंजाबी परिवार में जन्मे गुलशन कुमार का जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था. टी सीरीज (T-Series) नाम की एक छोटी सी म्यूजिक कैसेट कंपनी से बिजनेस की शुरुआत कर उन्होंने म्यूजिक की दुनिया में तहलका मचा दिया था. मगर वक्त ने इस कहानी को जल्द ही खत्म कर दिया. 

गुलशन कुमार

'कैसेट किंग' (Cassette King) के नाम से मशहूर गुलशन कुमार की जिंदगी काफी उतार चढ़ाव से भरी रहा. शुरुआती दौर की बात करें तो दिल्ली के दरियागंज इलाके में उनके पिता चंद्रभान की एक जूस की दुकान थी, जहां गुलशन उनके साथ काम करते थे. कुछ दिन तक जूस की दुकान पर काम करते-करते गुलशन का मन भर गया था. फिर एक दिन उनके पिता ने एक दुकान और ली जिसमें सस्ती कैसेट्स और गाने रिकॉर्ड कर बेचे जाते थे. बस यहीं से गुलशन कुमार के करियर ने करवट बदली. ये उनकी सोच और मेहनत ही थी कि 80 के दशक में उन्होंने संगीत का कारोबार शुरू कर दिया. 

गुलशन ने पहले सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी बनाई जो भारत में सबसे बड़ी संगीत कंपनी बन गई और उन्हें कैसेट किंग कहा जाने लगा. उन्होंने इसी संगीत कंपनी के तहत टी-सीरीज की स्थापना की और महज 10 साल में ही टी सीरिज के बिजनेस को 350 मिलियन तक पहुंचा दिया. यही नहीं सोनू निगम (Sonu Nigam), अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal), कुमार सानू (Kumar sanu) जैसे कई सिंगर्स को उन्होंने लॉन्च भी किया. 

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16 गोलियों से छलनी हुए थे गुलशन कुमार

गुलशन कुमार एक अच्छे गायक भी थे. अपने भजनों से वो तेजी से प्रसिद्धि पाते चले गए. आज भी उनके भजन लोगों के दिल को छू जाते हैं पर कहते हैं ना सफल लोगों के दुश्मन ज्यादा बन जाते हैं. एक बार जब अबु सलेम ने गुलशन कुमार से हर महीने फिरौती देने के लिए कहा तो गुलशन कुमार ने इनकार कर दिया. फिर क्या था वो अंडरवर्ल्ड के निशाने पर आ गए और 12 अगस्त 1997 को 2 अज्ञात लोगों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. उनको 16 गोलियां मारकर उन्हें छलनी कर दिया. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई. खबरों के मुताबिक इस हत्या के पीछे डी कंपनी का ही नाम आता है.

टी-सीरीज' आज हिंदी सिनेमा की संगीत और फिल्म निर्माण की बड़ी कंपनियों में से एक है. कंपनी को गुलशन कुमार के बेटे भूषण कुमार (Bhusan Kumar) संभाल रहे हैं. 

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