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American Study on Insomnia: यह आंकड़ें चौंका देंगे आपको, कहीं आप भी तो नहीं अनिद्रा के शिकार

Insomnia पर America की यह स्टडी आपको चौंका देगी.जानिए भारत का हाल क्या है और कैसे इसका समाधान हो सकता है

American Study on Insomnia: यह आंकड़ें चौंका देंगे आपको, कहीं आप भी तो नहीं अनिद्रा के शिकार
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डीएनए हिंदी: अनिद्रा (Insomnia) को लेकर अमेरिका की यह हालिया स्टडी आपको चौंका देगी. क्या आपको पता है कि वहां 10 में से 3 लोग अनिद्रा के शिकार हैं. मतलब उन्हें नींद नहीं आती है और वह रात को बेचैन रहते हैं. जी हां, अमेरिकन एकेडेमी ऑफ स्लीप मेडिसिन की ओर से की गई इस स्टडी में खुलासा हुआ है कि 10 में से 3 लोग रात को ठीक से नहीं सोते हैं और बाकी लोग दवाओं के साथ अपना दिन गुजारते हैं. 

यह तो बात अमेरिका की है लेकिन भारत भी कहीं पीछे नहीं है. इस मामले में एम्स की हालिया स्टडी बताती है कि कोविड 19 के बाद से लोगों में इसकी शिकायत ज्यादा बढ़ गई है. इसका सीधा असर उनके दिमाग पर पड़ रहा है. ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) की ओर से योग निद्रा (Yoga Nidra) को लेकर एक रिसर्च स्‍टडी की गई है,जिसमें यह बताया गया है कि जिन लोगों को अनिद्रा की शिकायत है उनके लिए योग निद्रा बहुत ही कारगर है. भारत में भी अनिद्रा को लेकर काफी मात्रा में लोग परेशान हैं

आईए जानते हैं अनिद्रा के कारण, उसका समाधान

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क्या है अनिद्रा  (What is Insomnia in Hindi)

अनिद्रा को अंग्रेजी में इंसोमनिया कहते हैं,नींद से जुड़ी एक बीमारी है. इससे ग्रसित इंसान को सोने में दिक्कत आती है या वो पूरी तरह से सो नहीं पाता.सुकून की नींद लेना उसके लिए बहुत मुश्किल है. नतीजतन, उसे पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती है और वो थका-थका महसूस करता है. अगर अनिद्रा ज्यादा दिनों तक हावी रह जाए, तो पीड़ित कई तरह की शारीरिक समस्याओं की चपेट में आ सकता है. वहीं, अनिद्रा के प्रकार की अगर बात की जाए, तो अनिद्रा की समस्या दो प्रकार से प्रभावित कर सकती है, एक एक्यूट इंसोमनिया और दूसरा क्रॉनिक इंसोमनिया. दोनों ही अपने आप में खतरनाक है. 

कारण व लक्षण (Causes and symptoms of Insomnia in Hindi)

  • सोने से पहले देर तक जागना
  • कुछ देर ही नींद आना
  • रात में देर तक जागना
  • महसूस होना कि बिल्कुल नहीं सोए
  • बहुत जल्दी जागना
  • कारण जानना भी जरूरी है
  • हर रोज सोने के वक्त में बदलाव होना
  • सोने का सही वातावरण न मिल पाना जैसे – सोने के कमरे में या आस-पास बहुत शोर या रोशनी का होना
  • जगे रहकर बिस्तर पर ज्यादा देर तक समय बिताना
  • शाम के वक्त या नाइट शिफ्ट में काम करना
  • पर्याप्त व्यायाम न करना
  • सोने से पहले टीवी, लैपटॉप या मोबाइल का उपयोग करना
  • बहुत ज्यादा तनाव ले लेना
  • किसी बात को बार-बार सोचना

समाधान (Treatment of Insomnia)

  • रात को सोने से पहले गर्म दूध पीना नींद आने का आसान उपाय है. बादाम का दूध कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जिससे मस्तिष्क को मेलाटोनिन (वह हार्मोन जो निद्रावस्था /जागृतवस्था चक्र को नियंत्रित करने में मदद करता है) के निर्माण में मदद मिलती है
  • कोल्ड प्रेस्ड कार्बनिक तिल के तेल को अपने पैरों के तलवों पर लगा कर रगड़ें, इससे पहले कि आप आराम से सो जाएं 
  • 3 ग्राम ताजा पुदीने के पत्ते या 1.5 ग्राम पुदीने के सूखे पाउडर को 1 कप पानी में 15-20 मिनट के लिए उबालें पी लें
  • रात को मेडिटेशन करके सोएं
  •  
  • दिन में प्राणायम और रात को योग निद्रा काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं 
  • डायरी लिखने से मन हल्का होता है और नींद अच्छी आती है
     

Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

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