Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Uric Acid Remedy: खून में घुले यूरिक एसिड की काट है इन बीजों का काढ़ा, बासी मुंह पीते ही गल जाएगा जोड़ों में जमा क्रिस्टल

ब्लड में जमा यूरिक एसिड अगर क्रिस्टल की तरह बनने लगा है तो आपके लिए कुछ बीजों का काढ़ा इसे गला सकता है.

Latest News
Uric Acid Remedy: खून में घुले यूरिक एसिड की काट है इन बीजों का काढ़ा, बासी मुंह पीते ही गल जाएगा जोड़ों में जमा क्रिस्टल

Kadha for Uric Acid 

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदीः हाई प्यूरिन ब्लड में जहर की तरह काम करता है. असल में ये प्यूरिन ही यूरिक एसिड बनाता है जो जोड़ों के बीच जाकर छोटे-छोटे पत्थर के रूप में जम जाता है. इसे क्रिस्टल कहते हैं और जब ये जोड़ों के गैप में भरने लगते हैं तो ज्वाइंट्स पेन शुरू हो जाता है. कई बार ये क्रिस्टल किडनी में भी स्टोन के रूप में समाने आते हैं.

यूरिक एसिड को कम करने के लिए जरूरी है कि खानपान पर ध्यान दिया जाएं और हाई रफेज वाली चीजें ली जाएं और प्रोटीन कम कर दिया जाए, साथ ही रोज कम से कम 30 मिनट की वॉक लें और नीचे बताए जा रहे कोई भी एक काढ़े को बासी मुंह पीना शुरू कर दें.

खून में भरे यूरिक एसिड को छान देगा इस फल का जूस, हड्डियों-मांसपेशियों की जकड़न और दर्द भी होगा दूर

इन बीजों का चाय या काढ़ा गला देगा यूरिक एसिड का पत्थर

अलसी के बीजों में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स होते हैं जो यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मददगार होते हैं. इन्हीं की तरह लिंसीड सीड्स भी यूरिक एसिड में काफी लाभदायक होती है. अगर आप यूरिक एसिड से परेशान हैं तो आज से ही अपनी डाइट में अलसी के बीजों को शामिल कर लें

अजवाइन और अदरक दोनों ही डिटॉक्सीफाइंग एजेंट की तरह काम करते हैं और शरीर से गंदगी को डिटॉक्स करते हैं. दरअसल, इनमें फाइबर के साथ रफेज की अच्छी मात्रा होती है और जब आप इन्हें खाते हैं तो, ये खून में जमा यूरिक एसिड को पेशाब के जरिए फ्लश ऑउट करते हैं और इसमें कमी लाते हैं. 

हड्डियों में जमा पथरी यानी ऑक्सलेट क्रिस्टल्स ही गैप पैदा करते हैं, जिसे मेडिकल टर्म में गाउट की समस्या कहते हैं. ऐसे में जब आप अजवाइन और अदरक को लेते हैं तो इसका अर्क ऑक्सलेट क्रिस्टल्स को पिघलाने में मदद करता है जो कि पथरी की समस्या में कमी ला सकता है. 

धनिया के बीजों का सेवन यूरिक एसिड में जरूर करें. दरअसल, धनिया के बीजों में रेचक यानी लैक्सटेसिव गुण होता है. साथ ही ये एक फाइबर की तरह भी काम करता है और शरीर से प्रोटीन के इस वेस्ट प्रोडक्ट प्यूरिन को बाहर निकालने में मदद करता है. इसके अलावा ये शरीर से यूरिया को बाहर निकालने में भी कारगर है. इस तरह से ये जोड़ों पर चिपके प्यूरिन की पथरी को शरीर से फ्लश ऑउट करता है और इन समस्या से राहत दिलाता है.

धनिया के बीजों को तवे पर भून लें और इसका एक मोटा-मोटा सा डस्ट तैयार कर लें. फिर सुबह खाली पेट 1 चम्मच डस्ट के साथ काला नमक मिला कर इसका सेवन करें. इसके बाद गुनगुना पानी पी लें. इस तरह ये रेगुलर कुछ दिनों तक इसका सेवन यूरिक एसिड की समस्या को कम कर सकता है.

यूरिक एसिड के पत्थर तक को गला देती हैं ये 6 चीजें, हड्डियों को घिसना और जोड़ों का दर्द होगा बंद

काले जीरे के साथ प्री-ट्रीटमेंट ने इस्किमिया रीपरफ्यूजन ऑपरेशन से प्रेरित स्क्र, बन और यूरिक एसिड की वृद्धि को कम किया. सुबह खाली पेट जीरे के पानी के फायदों में पाचन में सहायता करना, किसी भी सूजन को कम करना और वजन घटाने के लिए फायदेमंद होना शामिल है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement