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Insomnia  : नींद नहीं आती है रातों को, कहीं डिप्रेशन तो नहीं? 

इन्सोम्निया और नींद के बीच के सम्बन्ध को समझना बेहद ज़रूरी है. यह आपके अच्छे स्वास्थ्य के साथ-साथ ज़िंदगी को बेहतर ढ़ंंग से जीने के लिए भी ज़रूरी है.  

Insomnia  : नींद नहीं आती है रातों को, कहीं डिप्रेशन तो नहीं? 
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डीएनए हिंदी : रात को नींद नहीं आने की दिक्कतों से आप भी जूझ रहे हैं. कई बार यह लाइफस्टाइल से जुड़ी हुई दिक्कतों की वजह से होता है तो अक्सर नींद का इस तरह गायब होना डिप्रेशन का कारण माना जाता है. कई रिपोर्ट्स के अनुसार डिप्रेशन के शिकार 75% लोग नींद  न आने की समस्या से ग्रसित होते हैं.  
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के स्लीप रिसर्चर पैट्रिक एच फिनन कहते हैं कि "नींद की अस्त व्यस्त हालत भावनाओं के नियत्रण में दिक्कतें पैदा कर सकती हैं. वास्तव में डिप्रेशन खुद भी नींद न आने की दिक्कतों से जुड़ी हुई समस्या है."

Reasons of Insomnia : इन वजहों से जाती है नींद 
रोज़-रोज़ का तनाव, जीवनसाथी के साथ के झगड़े पैसे और वित्त से जुड़ी चिंताएं भी नींद उड़ाने में काफी कारगर होती हैं. यहां तक ही नहीं, शाम में ट्रैफिक से जूझते हुए घर लौटना भी आपकी नींद के साथ खिलवाड़ कर सकता है. यहां इन्सोम्निया और नींद के बीच के सम्बन्ध को समझना बेहद ज़रूरी है. यह आपके अच्छे स्वास्थ्य के साथ-साथ ज़िंदगी को बेहतर ढ़ंंग से जीने के लिए भी ज़रूरी है.  
कई बार स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) सरीखी बीमारियां भी इन्सोम्निया के लिए ज़िम्मेदार होती हैं. हालांकि एक चौंकाने वाले डेटा के अनुसार जिन लोगों को स्लीप एप्निया की समस्या होती है उनमें डिप्रेशन होने की संभावना पांच गुना अधिक होती है. 

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ये हैं डिप्रेशन के अन्य लक्षण 
नींद गायब हो जाने के अतिरिक्त भी डिप्रेशन के कुछ लक्षण हैं. उम्मीद का ख़त्म होना, चीज़ों को याद रखने में तकलीफ होना, दिन में अक्सर नींद आना, अभिरुचि की कमी और उन कामों में मन लगना बंद हो जाना जिनमें कभी ख़ुशी मिला करती थी, मानसिक तनाव के कुछ अन्य लक्षण हैं. हां, यहां इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि अगर आपको इन्सोम्निया और डिप्रेशन दोनों की समस्या है तो दोनों के लिए अलग इलाज़ की ज़रूरत है. यहां एक का इलाज़ होने से ज़रूरी नहीं है कि दूसरी समस्या भी ठीक हो जाए. 

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