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Dizziness Causes: अचानक घूमने लगता है सिर और बिगड़ जाता है बैलेंस? हो सकती है बीमारी, न करें अनदेखा

Vertigo Symptoms: वर्टिगो के कारण आपको तेज सिरदर्द, उल्टी और चक्कर आने जैसी परेशानियां महसूस हो सकती हैं. आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण...

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Dizziness Causes: अचानक घूमने लगता है सिर और बिगड़ जाता है बैलेंस? हो सकती है बीमारी, न करें अनदेखा

Vertigo Symptoms

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डीएनए हिंदीः  वर्टिगो एक सामान्य बीमारी है, जिसके कारण मरीज को चक्कर आने लगता है और नजर के सामने सबकुछ धुंधला-धुंधला नजर आने लगता है. बता दें कि वर्टिगो एक प्रकार का बैलेंस डिसऑर्डर यानी संतुलन बनाने से संबंधित विकार है और यह समस्या कान के अंदरूनी भाग में कुछ परेशानी होने के कारण (What Is Vertigo) होती है. ऐसी स्थिति में तेज सिरदर्द, उल्टी और चक्कर आने जैसी परेशानियां आपको महसूस हो सकती हैं. इसलिए समय रहते इसके लक्षणों को पहचान कर इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए. क्योंकि लंबे समय तक यह  (Vertigo Causes) समस्या बनी रहे तो इसके लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बता रहे हैं कि वर्टिगो बीमारी क्या है, साथ ही जानेंगे इसके लक्षण और बचाव के उपाय...  

क्या है वर्टिगो? 

बता दें कि यह एक ऐसी बीमारी है, जो कान के आंतरिक हिस्से में होती है और यह बीमारी वेस्टिबुलर सिस्टम में किसी प्रकार की समस्या आने से होती है, जो मस्तिष्क को नियंत्रित करती है. इसके अलावा कभी-कभी यह बीमारी मस्तिष्क में असंतुलन की वजह से भी होती है. आइए जानते हैं क्या हैं इसके लक्षण...

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वर्टिगो के लक्षण क्या हैं 

  • ऐसी स्थिति में व्यक्ति को ठीक से सुनाई नहीं देता है
  • कान का बंद हो जाना 
  • खाना खाने में परेशानी होना 
  • दूर की चीज़ें धुंधली नजर आना
  • चक्कर आना 
  • दिशा भर्मित होने की समस्या
  • तेज सिर दर्द 
  • जी मचलाना

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क्या है वर्टिगो के इलाज 

बता दें कि इस रोग में कान के आंतरिक हिस्से की एमआरआइ की जाती है, जिससे वेस्टिबुलर सिस्टम के वर्तमान स्थिति के बारे में पता लगता है. इसके अलावा अगर वर्टिगो प्राथमिक स्तर में है, तो इसे दवाओं की मदद से ठीक किया जाता है. लेकिन अंतिम स्तर पर रहने पर सर्जरी की जाती है. बता दें कि कान को नियमित देखभाल करने से इस रोग से बचा जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि आप कानों के वैक्स की अच्छे से सफाई करें. इसके अलावा किसी भी ठोस पदार्थ को कानों में न डालें, वहीं कानों में किसी तरह का ऑयल डॉक्टर की सलाह के बाद ही डालें. 

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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