Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

आत्महत्या करने की एक्टिंग कर रहा था बच्चा, अंधी मां के सामने चली गई जान

बच्चों के साथ खेल रहे 13 साल के एक लड़के ने मजाक में आत्महत्या की कोशिश की. ऐसे में वह हादसे का शिकार हो गया और उसकी जान चली गई.

आत्महत्या करने की एक्टिंग कर रहा था बच्चा, अंधी मां के सामने चली गई जान

Kanpur News 

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां एक 13 साल का बच्चा अपनी अंधी मां के सामने फांसी लगाने की एक्टिंग कर रहा था. इस बीच उसकी जान चली गई. बच्चे की जान जाने के बाद भी उसके भाई बहनों को लग रहा था कि अभी भी वह नाटक कर रहा है. जबकि बच्चे की मां को जब इस बात का एहसास हुआ तो वह रस्सी काटने के लिए इधर-उधर चाकू ढूंढने लगी. जब तक सब समझ पाए, तब तक बच्चे की जान निकल गई थी.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जालौन के उरई के काशीराम कॉलोनी में रहने वाली 50 साल की संगीत जन्म से अंधी हैं. उनके तीन बच्चे एक साथ खेल रहे थे. इस बीच उनका 13 साल का एक लड़का जस नकली आत्महत्या की कोशिश कर रहा था. वह स्टूल पर खड़े होकर फांसी का फंदा अपने गले में लग रहा था. इस बीच स्टूल फिसल गया और उसका गला रस्सी में कस गया.

ये भी पढ़ें- महिला आरक्षण लागू हुआ तो कैसा होगा लोकसभा चुनाव का समीकरण? समझें

गला कसने से छटपटाने लगा बच्चा

गला कसने की वजह से बच्चा छटपटाने लगा. उसके भाई बहनों को लग रहा था कि वह अभी भी एक्टिंग भी कर रहा है. जब बच्चे के मुंह और नाक से खून निकलने लगा तो सभी बच्चे शोर मचाने लगे. बच्चों का सूट सुनकर कमरे में सो रही संगीता भागकर वहां पहुंची लेकिन नेत्रहीन होने की वजह से वह समझ नहीं पाई. वह पूरे घर में चाकू ढूढ़ने लगीं लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला, जिससे वह रस्सी काट पाती. 

ये भी पढ़ें- आज से नए संसद भवन में कार्यवाही होगी शुरू, संविधान की किताब लेकर सदन पहुंचेंगे PM मोदी 

पिता को नहीं हुआ भरोसा

संगीता शोर मचाने लगी तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. पड़ोसियों की मदद से बच्चे को नीचे उतारकर अस्पताल लेकर जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बच्चे की मां और अन्य घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. संगीता का कहना है कि अगर भगवान ने उनकी आंख न छीनी होती तो वह अपना बच्चा बचा लेती. वहीं, बाजार से लौटे पिता खेमचन्द्र को जब इस घटना का पता चला तो उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था. इस मामले में उरई पुलिस चौकी के प्रभारी मोहम्मद आरिफ ने बताया कि यस घर का बड़ा बेटा था. पिता के घर न रहने पर वह अपनी मां के साथ काम में मदद करता था.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement