Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Assam News: टूरिस्ट वीजा पर धार्मिक बैठक में शामिल हुए स्वीडिश नागरिक, Foreigners Act तोड़ने के लिए गिरफ्तार

तीनों टूरिस्ट वीजा पर आए, यूनाइटेड चर्च फोरम की धार्मिक बैठक में शामिल हुए. कोर्ट ने दिए वापस भेजने के आदेश.

Assam News: टूरिस्ट वीजा पर धार्मिक बैठक में शामिल हुए स्वीडिश नागरिक, Foreigners Act तोड़ने के लिए गिरफ्तार
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: असम (Assam) में टूरिस्ट वीजा पर आकर चर्च की धार्मिक बैठक में शामिल होने वाले स्वीडन (Sweden) के 3 नागरिक बुधवार को गिरफ्तार कर लिए गए. डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) जिले में आयोजित इस बैठक शामिल होने के लिए तीनों को फॉरेनर्स एक्ट (Foreigners Act) के प्रावधान तोड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया. बाद में उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें स्वीडन डिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि तीनों का धार्मिक बैठक में शामिल होने का मकसद कहीं धर्म परिवर्तन से तो नहीं जुड़ा है.

पढ़ें- पीलीभीत में आसमान से गिरा उल्का पिंड, मकान की छत चटकी, 7 घंटे बाद तक धधकता रहा पत्थर

तीनों के खिलाफ दर्ज किया गया है मुकदमा

PTI के मुताबिक, डिब्रूगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) बिटुल चेतिया (Bitul Chetia) के मुताबिक, तीनों स्वीडिश नागरिक नामरूप पुलिस स्टेशन (Namrup police station) एरिया में घिन्डी (Ghinai) में एक कथित पीस मीटिंग व प्रेयर में शामिल हुए. इसके लिए उनके खिलाफ पुलिस ने सुओ मोटो केस दर्ज किया है. कोर्ट ने तीनों को फॉरेनर्स एक्ट के तहत दोषी पाया है और डिब्रूगढ़ के डिप्टी कमिश्नर व जिला पुलिस को उन्हें स्वीडन डिपोर्ट करने का इंतजाम करने का निर्देश दिया है. चेतिया ने कहा कि तीनों को बृहस्पतिवार को गुवाहाटी भेजा जाएगा, जहां से उन्हें स्वीडन भेज दिया जाएगा.

पढ़ें- UNSC मीटिंग की मेजबानी करेगा भारत, एजेंडे में होगा आतंक का इंटरनेट, न्यू पेमेंट सिस्टम और ड्रोन कनेक्शन

प्रशासनिक अनुमति से हो रही थी धार्मिक बैठक

चेतिया ने बताया कि तीन दिवसीय धार्मिक बैठक का आयोजन यूनाइटेड चर्च फोरम (United Church Forum) की तरफ से हो रहा था, जो कई चर्चों की संयुक्त संस्था है. फोरम ने इस बैठक के आयोजन के लिए जिला प्रशासन से सभी तरह की परमिशन ली थी, लेकिन इस बैठक में विदेशी नागरिक शामिल नहीं हो सकते थे.

पढ़ें- Chinese loan trap: केन्या पर 36 बिलियन डॉलर कर्ज, किस्त के पैसे नहीं, क्या होगा श्रीलंका जैसा हाल!

पिछले महीने हुए थे सख्ती के आदेश

असम पुलिस (Assam Police) ने पिछले महीने वीजा प्रावधान तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने की घोषणा की थी. यह घोषणा बांग्लादेशी मौलवियों (Bangladeshi clerics) के वीजा प्रावधान तोड़कर राज्य के कई रिमोट एरिया में धार्मिक आयोजन करने की जानकारी मिलने के बाद की गई थी. इस घोषणा से एक दिन पहले ही असम पुलिस ने विश्वनाथ जिले से 17 बांग्लादेसी नागरिकों को दबोचा था, जिन्हें पुलिस ने राज्य के युवाओं को कट्टरपंथ के लिए बहकाने आए पड़ोसी देश के मौलवी बताया था. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement