Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Prophet Remarks Row: सरकार सख्त! नुपुर शर्मा, असदुद्दीन ओवैसी सहित कई लोगों के खिलाफ FIR

एक मामला नुपुर के खिलाफ, दूसरा ओवैसी, जिंदल, नरसिंहानंद, शादाब चौहान, सबा नकवी, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान के खिलाफ दर्ज किया गया है.

Prophet Remarks Row: सरकार सख्त! नुपुर शर्मा, असदुद्दीन ओवैसी सहित कई लोगों के खिलाफ FIR

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी. (फाइल फोटो)

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रवक्ताओं नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, विवादित संत यती नरसिंहानंद और अन्य के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित तौर पर सार्वजनिक शांति भंग करने और लोगों को भड़काने वाले संदेश पोस्ट तथा साझा करने के लिए FIR दर्ज की हैं. अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि सोशल मीडिया का विश्लेषण करने के बाद FIR दर्ज की गई हैं.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "उन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, जिन्होंने सार्वजनिक शांति बनाए रखने और विभाजन के आधार पर लोगों को भड़काने के खिलाफ संदेश पोस्ट तथा साझा किए."

पढ़ें- Moose wala Murder: मूसेवाला मर्डर केस में ISI कनेक्शन आया सामने, खालिस्तानी आतंकी से भी जुड़े तार

उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 295 (किसी भी धर्म के अपमान के इरादे से प्रार्थना स्थलों का अपमान करना) और 505 (सार्वजनिक शरारत वाले बयान देना) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. अधिकारी ने बताया कि एक मामला शर्मा के खिलाफ तथा दूसरा ओवैसी, जिंदल, नरसिंहानंद, शादाब चौहान, सबा नकवी, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान और गुलजार अंसारी समेत कई सोशल मीडिया संस्थाओं के खिलाफ दर्ज किया गया है.

पढ़ें- Al-Qaeda की धमकी पर बोले असदुद्दीन ओवैसी- पैगंबर मोहम्मद के नाम की रक्षा के लिए आंतकियों की ज़रूरत नहीं

उन्होंने बताया कि जानकारियों के लिए सोशल मीडिया मंचों को नोटिस भेजे जाएंगे.

दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, "हमने सोशल मीडिया विश्लेषण के आधार पर सार्वजनिक शांति भंग करने और विभाजन के आधार पर लोगों को उकसाने की कोशिश करने के खिलाफ उचित धाराओं के तहत दो FIR दर्ज की हैं. एक प्राथमिकी नुपुर शर्मा तथा दूसरी कई सोशल मीडिया संस्थाओं के खिलाफ है."

पढ़ें- पैगंबर विवाद: क्या विदेशी फंडिंग से हुई कानपुर हिंसा? पुलिस को मिले सबूत

उन्होंने कहा, "यहां तक कि इन अकाउंट्स/संस्थाओं के पीछे जिम्मेदार लोगों की जानकारियों के लिए सोशल मीडिया मंचों को भी नोटिस भेजे जा रहे हैं, दिल्ली पुलिस ने सभी से ऐसे संदेश पोस्ट करने से बचने की अपील की है जो सामाजिक और साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ते हो." पुलिस ने बताया कि विशेष शाखा की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन (आईएफएसओ) ईकाई ने FIR दर्ज की हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement