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Railway Officer Bribery Case: रेलवे अफसर के घर CBI का छापा, करोड़ों रुपये के नोटों के बंडल देखकर फटी रह गई आंखें

Railway Officer Arrest: एक फर्म मालिक की शिकायत पर जाल बिछाकर आरोपी को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था. इसके बाद उसके घर में छापेमारी में 2.61 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. 

Railway Officer Bribery Case: रेलवे अफसर के घर CBI का छापा, करोड़ों रुपये के नोटों के बंडल देखकर फटी रह गई आंखें

रेलवे अधिकारी के घर सीबीआई छापे में मिले नोटों के बंडल.

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डीएनए हिंदी: CBI Raid News- उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे के आला अधिकारी को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ दबोचा गया है. इसके बाद सीबीआई ने अफसर के घर पर छापे मारे, जहां नोटों के दर्जनों बंडल देखकर सभी हैरान रह गए. पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी के घर से सीबीआई ने 2.61 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की है. जोशी 1988 बैच के इंडियन रेलवे स्टोर सर्विस (IRSS) के अफसर हैं. सीबीआई ने जोशी को कोर्ट में पेश किया है, जहां से उन्हें 14 दिन के ज्युडिशियल रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया गया. हालांकि सीबीआई की तरफ से पूछताछ के लिए रिमांड पर सौंपने की गुहार लगाने के बाद कोर्ट ने आरोपी को 15 सितंबर दोपहर 3 बजे तक के लिए सीबीआई रिमांड पर सौंप दिया है.

मंगलवार को हुई थी गिरफ्तारी

सीबीआई को जेम पोर्टल (GEM Portal) के जरिये रेलवे का टेंडर हासिल करने वाली गोरखपुर की मेसर्स सुक्ति एसोसिएट के मालिक प्रणव त्रिपाठी ने सोमवार को शिकायत दी थी. इस शिकायत में केसी जोशी पर 7 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था. सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज करने के बाद जाल बिछाया था. इसके बाद मंगलवार को जोशी को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ दबोच लिया गया.

गोरखपुर और नोएडा स्थित घरों पर मारा गया था छापा

सीबीआई ने केसी जोशी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने के बाद उनके घरों पर छापेमारी की तैयारी की थी. जोशी के गोरखपुर स्थित सरकारी आवास और नोएडा सेक्टर-50 स्थित आवास पर सीबीआई टीम ने छापेमारी की. तलाशी के दौरान उन्हें 2.61 करोड़ रुपये की नकदी दर्जनों बंडल की शक्ल में मिली, जिन्हें देखकर हर कोई हैरान रह गया. 

ट्रकों की सप्लाई के टेंडर में मांगी गई थी रिश्वत

प्रणव त्रिपाठी की शिकायत के मुताबिक, उनकी फर्म को गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल से NER में तीन ट्रक सप्लाई करने के लिए टेंडर मिला था. जोशी इस टेंडर में प्रणव से 7 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था. ऐसा नहीं करने पर उसने त्रिपाठी की फर्म का रजिस्ट्रेशन जेम पोर्टल पर रद्द करने की धमकी दी थी. इसके बाद प्रणव त्रिपाठी ने जोशी के खिलाफ शिकायत दी थी.

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