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SIT ने लखीमपुर हिंसा को बताया सोची-समझी साजिश, बढ़ सकती हैं आरोपियों की मुश्किलें

लखीमपुर हिंसा केस की जांच कर रही एसआईटी ने खुलासा किया है कि ये दुर्घटना नहीं बल्कि जान से मारने की नीयत से किया हमला था.

SIT ने लखीमपुर हिंसा को बताया सोची-समझी साजिश, बढ़ सकती हैं आरोपियों की मुश्किलें

एसआईटी ने लखीमपुर हिंसा को सोची समझी साजिश बताया है.

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डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने बड़ा खुलासा किया है. एसआईटी ने इसे दुर्घटना नहीं बल्कि सोची समझी साजिश बताया है. इस मामले में दुर्घटना की धाराएं हटाकर कई गंभीर धाराएं जोड़ी गई है. इस मामले में आईपीसी की धाराएं 120बी, 307, 34 और 326 बढ़ाई गई हैं. एसआईटी रिपोट आने के बाद आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. 

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गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी. इस मामले में गृह राज्य मंत्री Ajay Mishra Teni के बेटे आशीष मिश्र Ashish Mishra आरोपी हैं. पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था. इस मामले में अजय मिश्र टेनी का दावा है कि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त आशीष मिश्र मौके पर नहीं था. इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा था. मामले की जांच एसआईटी के अलावा यूपी सरकार के आयोग द्वारा भी की जा रही है. एसआईटी की ओर से सीजेएम कोर्ट ने दिए गए हलफनामे में कहा गया है कि इस वारदात को जान से मारने की नीयत से अंजाम दिया गया था.  

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हादसे में चार लोगों की एसयूवी गाड़ी से कुचलने से मौत हो गई थी. वहीं इसके बाद भीड़ ने एक गाड़ी को घेर लिया जिसके बाद चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इनमें एक पत्रकार और बीजेपी कार्यकर्ता शामिल थे. इस मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साथा. मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है. 

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