Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Banke Bihari Mandir: दिवाली के बाद बदल जाएगा ठाकुर जी के दर्शन का समय, भोग में होगा नया बदलाव

Diwali के बाद बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन का समय बदल जाएगा, भोग में बदलाव होगा, जानें क्या और क्यों

Latest News
Banke Bihari Mandir: दिवाली के बाद बदल जाएगा ठाकुर जी के दर्शन का समय, भोग में होगा नया बदलाव
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: दिवाली का उत्सव घरों में ही नहीं बल्कि कई प्रसिद्ध मंदिर हैं वहां भी धूमधाम से मनाया जाता है. वृन्दावन, मथुरा स्थित ठाकुर बांकेबिहारी का मंदिर विश्व विख्यात है, हर साल लाखों के अंदाज़ में भक्त ठाकुरजी के दर्शन के लिए आते हैं. इस साल शरद ऋतु नवाचार लेकर आई है. ठाकुर बांकेबिहारी के भोग में भी बदलाव देखने को मिलेगा. दीपावली उत्सव के बाद ठाकुरजी को चढ़ाये जाने वाले भोग में गरिष्ठ पदार्थों की मात्रा में बढ़ोतरी होगी अर्थात सात पंचमेवा भी परोसा जाएगा, ठाकुर जी के दर्शन के समय में भी बदलाव हो रहा है, क्या है इस पंचामृत का महत्व

दीपावली के बाद बांकेबिहारी मंदिर के दर्शन का नया समय

शरद ऋतू के आगमन को देखते हुए मंदिर के दर्शन समय को परिवर्तित किया जा रहा है. अब ठाकुर जी के दर्शन प्रातः 7.45 से आरम्भ होगा. 27 अक्टूबर से मंदिर के कपाट प्रातः 8.45 बजे से खुलेंगे और सांय 8.30 बजे शयन भोग आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे, वर्तमान में, मंदिर के कपाट रात्रि 9.30 बजे बंद हो रहे हैं. बांकेबिहारी मंदिर में भोगराग सेवा और दर्शन समय में ऋतु के अनुसार में बदलाव समय प्रति समय किया जाता रहा है.

यह भी पढ़ें- दिवाली का आध्यात्मिक रहस्य क्या है, जानें क्या है सच्ची दिवाली 

ठाकुरजी को सर्दी से बचाव के लिए गर्म दूध व पंचमेवा की मात्रा में बढ़ोतरी

मंदिर सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी के अनुसार, ठाकुरजी को सर्दी से बचाव को देखते हुए, सेवायत विशेष इंतजाम करते रहते हैं. वर्तमान में, ठाकुरजी को अधिक मात्रा में दूध-दूही और ठन्डे पदार्थों का भोग लग रहा था. अब तरावटी पदार्थ, जैसे गर्म दूध और पंचमेवा की मात्रा में इजाफा किया जाएगा, ऐसा ठाकुरजी को शरद ऋतू के प्रभाव से बचाया जा सकेगा

यह भी पढ़ें- कैसे होती है काली मां की पूजा, दिवाली के दिन क्या है काली का महत्व

मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा के अनुसार, दीपावली के बाद 27 अक्टूबर से मंदिर के दर्शन समय में बदलाव किया जा रहा है. इस दिन मंदिर के कपाट, प्रातः 8.45 बजे दर्शन खुलेंगे और दोपहर 1 बजे तक ठाकुरजी के दर्शन किये जा सकेंगे. संध्या के समय, सांय 4.30 बजे ठाकुर जी के दर्शन किये जा सकेंगे और रात्रि 8.30 बजे शयनभोग आरती के बाद कपाट को बंद कर दिया जायेगा, मंदिर का यह समय अगले वर्ष होली के दिन यानी 8 मार्च 2023 तक चलेगा

यह भी पढ़ें- लक्ष्मी के साथ क्यों होती है गणेश की पूजा, जानें क्या है इसके पीछे की कहानी 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement