Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Shardiya Navratri 2022: मां दुर्गा के साथ क्यों होते हैं लक्ष्मी, कार्तिक, गणेश, जानें ये राज

क्या आपको पता है कि देवी दुर्गा के साथ अन्य देवी-देवतवाओं की मूर्तियों को क्यों स्थापित किया जाता है? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं क्या है वजह और महत्व

Shardiya Navratri 2022: मां दुर्गा के साथ क्यों होते हैं लक्ष्मी, कार्तिक, गणेश, जानें ये राज

इसलिए देवी दुर्गा के साथ इन देवी देवतवाओं की होती है, स्थापना यह है महत्व

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: Goddess Durga With Laxmi, Saraswati, Kartikey and Ganesh Significance- सनातन धर्म में नवरात्रि यानि दुर्गा पूजा का पर्व बड़े ही हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है, देश भर में नवरात्रि की धूम पूरे 10 दिनों तक देखने को मिलती है. हिंदू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है. नवरात्रि के इस पर्व से अलग-अलग राज्यों की अपनी सांस्कृतिक विशेषताएं जुड़ी होती हैं, बंगाल का धुनुची नाच और सिंदूर खेला की रस्म, गुजरात का गरबा नृत्य और कुल्लू-मनाली का दशहरा नवरात्रि में अलग जोश और रंग भरता है.  देवी दुर्गा के साथ पंडालों में कई और देवी-देवता देखने को मिलते हैं, इनका महत्व क्या है. 

यह भी पढ़ें- अक्टूबर में कब कौन सा त्योहार है, दीपावली, छठ, कब है व्रत, पूरा कैलेंडर यहां

मां दुर्गा के साथ इन देवी-देवतवाओं की मूर्ति होती है स्थापित 

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के साथ देवी सरस्वती, मां लक्ष्मी, श्री गणेश और भगवान कार्तिकेय की मूर्ति स्थापित किया जाता है, इसके अलावा मां दुर्गा के साथ महिषासुर को भी स्थापित किया जाता है. नवरात्रि के दौरान पंडालों में मां लक्ष्मी और गणेशजी की प्रतिमा को मां दुर्गा के बाईं ओर और मां सरस्वती और भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा को दाईं ओर स्थापित किया जाता है. मां दुर्गा की चरण में असुर महिषासुर की प्रतिमा होती है, जिसमें मां दुर्गा को उसका वध करते हुए दर्शाया जाता है. 

गणेश, सरस्वती, लक्ष्मी का खास महत्व

नवरात्रि में जहां भी मां दुर्गा का पंडाल सजाया जाता है वहां देवी दुर्गा के साथ मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, श्री गणेश और भगवान कार्तिकेय की स्थापना जरूर की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के दिनों में देवी मां महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती के स्वरूप में गणपति और कार्तिकेय को लेकर दस दिनों के लिए पीहर आती हैं.

यह भी पढ़ें-  कब है करवा चौथ, शुभ मुहूर्त,पूजन विधि, महत्व और पूजन सामग्री

इसलिए इस दौरान दुर्गा पूजा में मां दुर्गा के साथ श्री गणेश, भगवान कार्तिकेय, देवी सरस्वती और मां लक्ष्मी की स्थापना कर उनकी उपासना की जाती है. इस दौरान कई जगहों पर मां दुर्गा के साथ महादेव, भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी की मूर्ति की भी स्थापना की जाती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement