Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Vivah Panchami 2022: आज है विवाह पंचमी, भगवान श्रीराम और देवी सीता की पूजा विधि और शुभ समय जान लें

भगवान राम और माता सीता के विवाह के दिन पर विवाह पंचमी होती है. आज 28 नवंबर दिन सोमवार को यह पर्व पर पूजा कैसे करें जान लें.

Vivah Panchami 2022: आज है विवाह पंचमी, भगवान श्रीराम और देवी सीता की पूजा विधि और शुभ समय जान लें

अयोध्या और नेपाल में धूमधाम से मनाई जाती है विवाह पंचमी, नोट कर लें सही तारीख

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदीः हिंदू धर्म में विवाह पंचमी का खास महत्व है. इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह हुआ था. हिंदू पंचांग के अनुसार, विवाह पंचमी हर साल मार्गशीर्ष यानी माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है (Vivah Panchami 2022 Date).

इस बार यह पर्व 28 नवंबर, सोमवार यानी आज मनाया जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान राम और सीता माता का विवाह करवाना शुभ माना जाता है. माता सीता का जन्म नेपाल में हुआ था इसलिए यह पर्व नेपाल में भी बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इसके अलावा मान्यता यह भी है कि इसी दिन तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना पूरी की थी. चलिए जानते हैं विवाह पंचमी कब मनाई जाएगी, क्या है शुभ मुहूर्त और कैसे की जाती है पूजा. 

विवाह पंचमी 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त (Vivah Panchami 2022 Date Shubh Muhurat)

  • विवाह पंचमी तिथि- 28 नवंबर, दिन सोमवार
  • पंचमी तिथि की शुरुआत- 27 नवंबर, रविवार को शाम 4 बजकर 25 मिनट पर
  • पंचमी तिथि समाप्त- 28 नवंबर, सोमवार को दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर

यह भी पढ़ें- कब है देव दीपावली? जानिए पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व


विवाह पंचमी 2022 पूजन विधि (Vivah Panchami 2022 Pujan Vidhi)

विवाह पंचमी के दिन सुबह उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनने के बाद भगवान राम का ध्यान करें. एक चौकी पर गंगाजल छिड़ककर शुद्ध कर लें और भगवान के लिए आसन बिछाएं जिसके बाद चौकी पर भगवान राम, माता सीता की प्रतिमा स्थापित करें. भगवान राम को पीला और माता सीता को लाल वस्त्र अर्पित करें. इसके साथ ही दीप जलाकर तिलक करें, फल-फूल नैवेद्य अर्पित कर विधि-विधान से पूजा करें. इसके अलावा पूजा करते हुए बालकाण्ड में दिए गए विवाह प्रसंग का पाठ करें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन रामचरितमानस का पाठ करने से सुख-शांति बनी रहती है.

यह भी पढ़ें- देव दीपावली की बदल गई तारीख, चंद्र ग्रहण के कारण अब इस दिन सजेंगे दीपों से घाट

विवाह पंचमी के दिन ओम् जानकीवल्लभाय नमः  मंत्र का 108 बार जाप करें और फिर माता सीता और श्रीराम का गठबंधन करें. आखिर में आरती करें और पूजा समाप्त करने के बाद गांठ लगे वस्त्र को अपने पास सुरक्षित रख लें.

विवाह पंचमी का महत्व ( Vivah Panchami 2022  Mahatv) 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विवाह पंचमी के दिन श्रीराम, माता सीता की विधि-विधान से पूजा करने पर विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस दिन अनुष्ठान से विवाहित लोगों का दांपत्य जीवन सुखमय बनता है और पति-पत्नी के रिश्ते में प्रगाढ़ता आती है. विवाह पंचमी पर अयोध्या, और नेपाल में भव्य आयोजन किया जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement