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'इंसान के बच्चे बन जाओ तो बेहतर है', इस पाकिस्तानी खिलाड़ी ने उतारी अपनी ही टीम की इज्जत, पढ़ें क्या है माजरा

गॉल में खेले गए दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान क्रिकेट टीम को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा. जिसके बाद पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटर्स का गुस्सा सेलेक्शन कमेटी पर फूट पड़ा.

'इंसान के बच्चे बन जाओ तो बेहतर है', इस पाकिस्तानी खिल��ाड़ी ने उतारी अपनी ही टीम की इज्जत, पढ़ें क्या है माजरा

Shahid Afridi on PCB

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डीएनए हिंदी: श्रीलंका दौरे पर गई पाकिस्तान टीम को दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलनी थी. पहले टेस्ट में पाक ने शानदार प्रदर्शन किया और मैच जीतकर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. हालांकि गॉल में खेले गए दूसरे मुक़ाबले में उन्हें बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा. जिसके बाद पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटर्स का गुस्सा सेलेक्शन कमेटी पर फूट पड़ा. भले ही सीरीज़ 1-1 से बराबर हो गया हो लेकिन दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज़ों के होते हुए भी टीम 261 रनों पर ढेर हो गई. बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम ने पहले टेस्ट में 342 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक रिकॉर्ड रन-चेस हासिल की थी.

दूसरे मैच में पाकिस्तान के सामने 508 रनों का विशाल लक्ष्य था और टीम 261 रन पर आउट हो गई, जिसमें बाबर पचास रन का आंकड़ा पार करने वाला एकमात्र बल्लेबाज रहे. पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइनअप को दूसरे मुक़ाबले में खराब प्रदर्शन के बाद आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. फवाद आलम, मोहम्मद रिजवान और आगा सलमान सस्ते में निपट गए. रिजवान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में शतक जड़ा था. उसके बाद से  उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 1, 0, 19, 40, 24 और 37 के स्कोर बनाए हैं.

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पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद भी दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ के लिए टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला और लगभग तीन साल से वो टेस्ट मैच नहीं खेल पाए हैं. जिसके बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का मानना है कि रिजवान पर कुछ दबाव बनाए रखने की जरूरत है. बेंच जितनी मजबूत होगी, खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को लेकर उतना ही सावधान रहेगा. रिजवान प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, और मेरा मानना है कि इस तरह के दौरों पर सरफराज को मौका दिया जाना चाहिए था.”

अफरीदी ने कहा कि 'सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां हर चीज में राजनीति आ गई है. शहरों से जोड़कर सेलेक्शन करने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'कोई कहता है, 'यह आदमी कराची का है, या ये आदमी लाहौर का है.' मुझे नहीं लगता कि ये चीजें होनी चाहिए. इंसान के बच्चे बन जाए तो बेहतर है."

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