Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Diabetes: घर पर शुगर की करते हैं जांच? तो ये गलतियां रीडिंग दे सकती हैं गलत

Blood Sugar Test At Home: क्‍या आप डायबिटीज (Diabetes)के मरीज हैं और घर पर अपने ब्‍लड शुगर का टेस्‍ट (Blood Sugar Test) करते हैं? अगर हां तो आपको कुछ खास बातों का पता होना बेहद जरूरी है क्‍योंकि छोटी सी गलती से गलती रीडिंग (Wrong Reading) आ सकती है.

Latest News
Diabetes: घर पर शुगर की करते हैं जांच? तो ये गलतियां रीडिंग दे सकती हैं गलत

आप भी तो नहीं करते शुगर जांचते समय ये 7 गल‍तियां

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: डायबिटीज के मरीजों को रोज ही अपने शुगर की जांच करना बेहद जरूरी होता है. ऐसा करने से इंसुलिन का स्‍तर पता चलता है. अमूमन लोग घर में ही मशीन के जरिए शुगर की जांच करते हैं. 
अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आपको 7 बातों का विशेष ध्‍यान देना चाहिए. क्‍योंक‍ि कई बार शुगर की जांच करते समय कुछ गल‍तियां (Blood Sugar Level Testing Mistakes) अनजाने में हो जाती है और रीडिंग सही नहीं आती. 

ब्लड शुगर लेवल को मैनेज (Manage Blood Sugar Level) रखने के लिए शुगर की जांच कई बार उन लोगों को एक दिन में कई बार करनी पड़ती है जिनके शरीर में इंसुलिन का लेवल तेजी से अप एंड डाउन होता है. 
अगर आप शुगर की जांच के लिए ग्लूकोमीटर का उपयोग कर रहे हैं तो आपको कुछ खास बातों पर विशेष ध्‍यान देना चाहिए. 

यह भी पढ़ें: गुजरात में 65 साल के शख्स में मिला रेयर ब्लड ग्रुप, दुनिया में अब तक केवल 10 लोग हैं EMM Negative 

Blood Sugar लेवल की जांच करते समय इन गलतियों से बचें

खाने के तुंरत बाद शुगर की जांच- अगर आप खाने के तुरंत बाद ही अपने शुगर की जांच करने लगते हैं तो तय है कि रीडिंग बहुत हाई होगी. खाने के करी दो से तीन घंटे बाद शुगर को जांचना चाहिए. 

जांच का समय- फास्टिंग शुगर के लिए सुबह उठने के करीब एक से दो घंटे बाद करनी चाहिए. वहीं दोपहर में खाने के तीन घंटे बाद और शाम को नाश्‍ते के करीब एक घंटे बाद शुगर की जां करनी चाहिए. 
सुई चुभने से पहले- अगर आप हमेशा एक ही उंगली से खून लेते हैं यानी सुई चुभाते हैं तो ये सही नहीं होगा. हमेशा अलग-अलग उंगलियों को जांच के लिए प्रयोग करें. 

सुई को लेकर सावधानी- अगर एक बार उंगली में सुई चुभाई और टेस्‍ट की रिपोर्ट सही नहीं आई तो दोबारा उसी सुई से दूसरा टेस्‍ट भूलकर भी न करें. इससे संक्रमण की संभावना को कई गुना बढ़ जाएगी. 

यह भी पढ़ें: ये हरी सब्‍जी नहीं होने देगी ब्लड क्लॉटिंग, Stroke Heart Attack का जोखिम होगा कम 

सुई की गहराई- टेस्ट वाली लांसिंग उपकरण यानी सुई की गहराई भी आपको अपनी उंगलियों की स्‍कीन की मोटाई के आधार पर तय करना चाहिए. त्वचा की मोटाई के अनुसार सुई अलग-अलग होती है.  बदला जा सकता है. एक सुनिश्चित करें कि उचित चुभन पाने के लिए सुई को 3-4 के बीच निर्धारित जाए.

सैनिटाइजेशन करना न भूलें- जिस जगह से आप खून लेने वाले हैं उस स्‍थान को सैनिटाइज करना कभी न भूलें. 
शुगर लेवल में वेरिएशन - ब्लड शुगर लेवल के ग्लूकोमीटर और टेस्ट की रीडिंग के बीच वेरिएशन आम बात है इसलिए अगर आपका शुगर की रीडिंग बार-बार वैरी कर रही तो आप इसकी जांच लैब से कराएं. 

 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement