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H3N2 Virus: बुखार-खांसी को न करें नजरअंदाज, डॉक्टर को दिखाएं वरना होगा नुकसान

H3N2 Influenza Flu के मामले में तेजी से बढ़ रहे हैं. इससे बचने के लिए को​विड प्रोटोकॉल का पालन करें. बुखार से लेकर खांसी जुकाम होने पर परामर्श लें.

H3N2 Virus: बुखार-खांसी को न करें नजरअंदाज, डॉक्टर को दिखाएं वरना होगा नुकसान
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डीएनए हिंदी: कोरोना जैसे ही लक्षणों वाले H3N2 वायरस के केसों में तेजी आई है. उत्तर प्रदेश से लेकर मध्यप्रदेश समेत देश के ज्यादातर राज्यों में इसके मरीज बढ़ने से सरकार भी अलर्ट हो गई है. इस वायरस की चपेट में आकर अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं अलग अलग राज्य और शहरों में इसके कई मरीज मिल चुके हैं. बुखार या जुखाम होने पर कुछ लोग खुद ही दवाई ले लेते हैं. ऐसा करना इस वायरस में घातक हो सकता है. इस वायरस की चपेट में आने पर सबसे पहले डॉक्टर से परामर्श लें. 

दरअसल, हाल ही में सामने आई एक रिसर्च में दावा किया गया है कि बुखार होने पर खुद से दवा न लें. ऐसी चेतावनी आईएमए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भी दे चुका है. इसकी वजह बुखार आने का दर्शाता है कि हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम किसी बैक्टीरिया या वायरस पर हमला कर रहा है. यह इम्यून सिस्टम के सक्रिय होने की निशानी है. ऐसे में दवा लेने इसमें बाधा उत्पन्न कर सकता है. टीवी 9 के मुताबिक इम्यूनोलॉजी एंड इंफ्लेमेशन जर्नल में यह रिसर्च प्रकाशित की गई है. इसमें दावा किया गया है कि किसी भी व्यक्ति को हल्का बुखार होने पर उसे खुद से ठीक होने देना चाहिए. 

हल्का बुखार सेहत के लिए सही

रिसर्च में दावा किया गया है कि हल्का बुखार शरीर को संक्रमण से दूर करने एक साइन होता है. यह टिश्यू और सेल्स रिकवर करता है. ऐसे में हल्के बुखार में भूलकर भी एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल न करें. ये दवाएं इम्यून सिस्टम को इफेक्ट कर सकती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार हल्के बुखार में एंटीबायोटिक दवा लेने से बॉडी में एंटीबायोटिक रजिस्ट्रेंस हो सकती है. ऐसे में शरीर पर दवाओं का असर खत्म हो जाता है. इतना ही नहीं इस स्थिति में हल्का बुखार भी संक्रमण के साथ भारी पड़ सकता है. 

दवा लेते ही मिलता है आराम, शरीर के लिए घातक

रिसर्च की मानें तो हल्का बुखार होने पर दवा लेने से तुरंत आराम तो मिल जाता है, लेकिन यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है. हल्का बुखार शरीर के लिए सही रहता है. 

तीन दिन से ज्यादा बुखार होने पर करें ये काम

देश में लगातार एच3एन2 इन्फ्लूएंजा का खतरा बढ़ता जा रहा है. इस वायरस के संक्रमण (H3N2 Virus Infection) से मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसमें खांसी जुकाम से लेकर बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं. खांसी जहां तीन हफ्ते तक रहती है. वहीं 3 दिन से ज्यादा बुखार घातक साबित हो सकता है. ऐसी स्थिति में तीन दिन से ज्यादा बुखार आना एच3एन2 का लक्षण हो सकता है. इसे तुरंत डॉक्टर को दिखाकर परामर्श लें. 

इन बातों का रखें ध्यान

एच3एन2 वायरस कोरोना की तरह ही पैर पसार रहा है. इसमें कोरोना जैसे ही लक्षण और उसी तरह से फैलता है. इसे बचने के लिए मास्क लगाएं. बार बार हाथों को धोते रहें. खांसी जुकाम होने पर दूरी बनाकर रखें. भीड़ में जाने से बचाव करें. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

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