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Mission 2024: विपक्ष की 'महाएकता' के जवाब में NDA का 'शक्ति प्रदर्शन' आज

NDA Meeting: चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), ओपी राजभ की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) फिर से  NDA में शामिल हो गई हैं.

Mission 2024: विपक्ष की 'महाएकता' के जवाब में NDA का 'शक्ति प्रदर्शन' आज

NDA Meeting

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डीएनए हिंदी: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया है कि मंगलवार को राजधानी दिल्ली में होने वाली NDA की बैठक में शामिल होने के लिए अब तक 38 घटक दलों की स्वीकृति आ चुकी है. नड्डा ने कहा कि एनडीए की बैठक में शामिल होने वाले दलों की संख्या मंगलवार और भी बढ़ भी सकती है. कौन-कौन से दल बैठक में शामिल हो रहे हैं, इसका जवाब भाजपा अध्यक्ष ने नहीं दिया है. वहां बेंगलुरु में विपक्षी एकजुटता के लिए करीब 26 दलों की दो दिवसीय बैठक चल रही है. विपक्षी दल और एनडीए की इन बैठकों को 2024 लोकसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. 

बता दें कि चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), ओ पी राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) फिर से  NDA में शामिल हो गई हैं. बीजेपी के ये नए सहयोगी दल कल यानी 18 जुलाई को एनडीए की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होंगे. लंबे अरसे बाद हो रही एनडीए की बैठक में कम से कम 38 दलों के शामिल होने की उम्मीद है. जेपी नड्डा ने कहा कि हमने किसी दल को न्योता नहीं भेजा है, ये दल स्वयं से गए थे और स्वयं से वापस एनडीए में शामिल हो रहे हैं.

अकाली दल, आरएलडी और नीतीश कुमार की वापसी के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह फैसला उनको करना है कि वह एनडीए में वापस आना चाहते हैं या नहीं और कब आना चाहते हैं? नड्डा ने कहा कि, हमने किसी को नही छोड़ा है. छोड़ कर जाने के बाद भी उनके प्रति हमारा व्यवहार और आचरण दोस्ताना ही रहा है. विपक्षी दलों की एकता पर कटाक्ष करते हुए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि यूपीए भानुमति का कुनबा है. इनके पास न नेता है, न नियत है, न नीति है और न ही फैसला लेने की ताकत है. उन्होंने कहा कि स्वार्थ की राजनीति पर आधारित एकता की इनकी बुनियाद खोखली है.

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'घोटाले की कार्रवाई से बचने के लिए विपक्षी दलों का जुटाव'
नड्डा ने आरोप लगाया कि 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले की जांच और इस पर कार्रवाई से बचने के लिए इन राजनीतिक दलों का जुटाव हुआ है और यह 10 साल के यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार और कुशासन का टोला है. एनडीए को एक आदर्श गठबंधन बताते हुए नड्डा ने कहा कि यह गठबंधन सत्ता के लिए नहीं सेवा के लिए है और यह एक स्वाभाविक गठबंधन है. उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजबूत नेतृत्व देश ने देखा और सराहा है. मोदी सरकार के विकास कार्यों के कारण देश में सकारात्मक माहौल बना है और एनडीए का विस्तार हो रहा है. एनडीए और एनडीए के घटक दलों में उत्साह का माहौल है. उन्होंने 2024 में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश मे फिर से एनडीए की ही सरकार बनने का दावा किया.

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महाबैठक में बोले विपक्षी दल, हम BJP के खिलाफ एक
विपक्ष की कई प्रमुख पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने यहां रात्रिभोज के मौके पर बैठक की, जहां से यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट हैं. वे मंगलवार को औपचारिक रूप से मंत्रणा करेंगे कि कैसे अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक साझा कार्यक्रम तैयार किया जाए और एकजुट होकर उसे मात दी जाए. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और कुछ अन्य नेता भी मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक में शामिल होंगे और इसके बाद बैठक में शामिल होने वाले विपक्षी दलों के नेता संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आगे की रूपरेखा पेश करेंगे. बैठक स्थल पर एक बैनर लगा था जिस पर ‘यूनाइटेड वी स्टैंड’ (हम एक हैं) लिखा हुआ था. इस नारे के पोस्टरों से बेंगलुरु की सड़कें भी पटी पड़ी हैं.

बैठक में ये नेता हुए शामिल
बेंगलुरु के एक फाइव स्टरा होटल में विपक्षी नेताओं के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की ओर से आयोजित रात्रिभोज से पहले यहां अनौपचारिक रूप से कई मुद्दों पर चर्चा हुई. कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए.  (भाषा इनपुट के साथ)

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