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Jyeshtha Month 2022 का दूसरा बड़ा मंगल है इस दिन, जानिए इस दिन का महत्व

Jyeshtha Month 2022 दूसरे बड़ा मंगलवार पर पूजा करने से भगवान हनुमान जी की कृपा बनी रहती है.

Jyeshtha Month 2022 का दूसरा बड़ा मंगल है इस दिन, जानिए इस दिन का महत्व
बड़ा मंगलवार

डीएनए हिंदी: हिन्दू धर्म में मान्यता यह है कि मंगलवार के दिन शुद्ध मन से बजरंगबली ( Lord Hanuman ) की पूजा करने से जीवन में कई प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं. ज्येष्ठ मास 2022 शुरू हो चुका है और इस महीने में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगलवार या बुढ़वा मंगलवार भी कहा जाता है. शास्त्रों में इस दिन मारुतिनंदन की विशेष पूजा का वर्णन किया गया है. इस साल ज्येष्ठ मास में कुल 5 बड़ा मंगलवार ( Bada Mangal 2022 ) पड़ रहे हैं. जबकि दूसरा मंगलवार 24 मई 2022 यानि कल है. इस दिन पूजा करने से भगवान की कृपा बनी रहती है. आइए जानते इस दिन का महत्व और इस दिन पर पूजा का कारण. 

क्या है बड़ा मंगलवार का महत्व?

ज्येष्ठ मास में मनाया जाने वाले बड़े मंगलवार का महत्व हिन्दू धर्म ग्रंथों में भी बताया गया है. इस भगवान हनुमान जी की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही भक्तों के मनोकामनाएं पूर्ण होती है. वैसे भी मंगलवार का दिन बजरंगबली ( Bajrangbali ) को समर्पित है इसलिए इसका महत्व अधिक बढ़ जाता है. मान्यता अनुसार इसी मास में श्री राम जी की भेंट हनुमान जी से हुई थी इसलिए इस दिन पूजा करना फलदायी होता है. 

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क्यों कहा जाता है बड़ा मंगलवार?

ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले हर मंगलवार को बड़ा मंगलवार ( Bada Mangal ) नाम से जाना जाता है. वह इसलिए क्योंकि पहली बार श्री राम और हनुमान जी की मुलाकात इसी मास के मंगलवार के ही दिन हुई थी. साथ एक कथा यह भी प्रचलित है कि जब गदाधारी भीम को अपने बल पर घमंड हो गया था, तब बजरंगली ने बड़े वानर के रूप में भीम का घमंड तोड़ा था. यही कारण है कि इस मास के मंगल को बुढ़वा मंगलवार भी कहा जाता है. 

ज्येष्ठ मास और बड़ा मगलवार पर बन रहे हैं शुभ संयोग

हिंदू पंचांग में ज्येष्ठ मास बीते 17 मई से आरंभ हो चुका है जो 14 जून तक चलेगा. इसी मास में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी जैसे महत्वपूर्ण व्रत रखे जाते हैं. ज्येष्ठ मास के 5 बड़े मंगलवार पड़ रहे हैं जो पांच शुभ का निर्माण कर रहे हैं. वह शिव योग(17 मई), विश्कुम्भ योग(24 मई), धृति योग(31 मई), वज्र योग(7 जून) और साघ्य योग(14 जून).

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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