डीएनए एक्सप्लेनर
JP Jayanti: 'सम्पूर्ण क्रांति' का आह्वान करने वाले जय प्रकाश नारायण ने भारतीय राजनीति और समाज में ऐसा परिवर्तनकारी आंदोलन खड़ा किया, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. जेपी ने समाजवाद की गूंज को पूरे देश में फैलाया और भारतीय राजनीतिक आंदोलनों में उनकी भूमिका हमेशा अहम रही है.
JP Jayanti: भारत के इतिहास में कई ऐसे व्यक्तित्व हुए हैं जिनका योगदान सदियों तक याद रखा जाएगा, और उनमें से एक प्रमुख नाम है जयप्रकाश नारायण, जिन्हें देशभर में 'लोकनायक' के रूप में जाना जाता है. 5 जून 1974 को बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ 'सम्पूर्ण क्रांति' का आह्वान करने वाले जेपी ने भारतीय राजनीति और समाज में ऐसा परिवर्तनकारी आंदोलन खड़ा किया, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. जेपी ने समाजवाद की गूंज को पूरे देश में फैलाया और भारतीय राजनीतिक आंदोलनों में उनकी भूमिका हमेशा अहम रही है. उनके जीवन की यात्रा समाज सुधार और जन सेवा के महत्वपूर्ण उदाहरणों से भरी है, यही कारण है कि उन्हें 'लोकनायक' कहा जाता है. उनके जीवन से जुड़े कई ऐसे रोचक किस्से हैं, जो उन्हें भारतीय जनता के दिलों में अमिट स्थान दिलाते हैं.
आरंभिक जीवन और शिक्षा
जय प्रकाश नारायण का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था. उनके पिता पेशे से सरकारी अधिकारी थे, लेकिन उनके परिवार का ग्रामीण जीवन से गहरा संबंध था. जय प्रकाश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिहार में प्राप्त की. जेपी पटना के साइंस कालेज में भी अपनी पढ़ाई की. आपको बता दें उनकी राजनीति की शुरुआत भी इसी कॉलेज से हुआ था. इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका का रुख किया, जहां उन्होंने समाजशास्त्र और राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की. इस दौरान उन्होंने मार्क्सवाद, समाजवाद और अन्य राजनीतिक विचारधाराओं के बारे में पढ़ाई की, जो उनके सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण को गहराई से प्रभावित करने वाले साबित हुए.
ये भी पढ़ें: Haryana में कांग्रेस आपसी कलह की हुई शिकार, क्या राहुल गांधी लेंगे एक्शन?
पत्नी ने किया ब्रह्मचर्य का पालन
जयप्रकाश नारायण की शादी प्रभावती से हुई थी. पटना कॉलेज में पढ़ाई के दौरान प्रभावती उनकी राजनीतिक सोच से बहुत प्रभावित हुईं. शादी के बाद, प्रभावती ने अपना अधिकांश समय गांधी आश्रम में बिताया. बिमल और सुजाता प्रसाद द्वारा जयप्रकाश नारायण के जीवन पर लिखी गई किताब 'द ड्रीम ऑफ रेवोल्यूशन' में यह भी उल्लेख है कि गांधी आश्रम में रहते हुए प्रभावती ने ब्रह्मचर्य का पालन करना शुरू कर दिया था. बताते चलें कि जब यह बात महात्मा गांधी को पता चली, तो उन्होंने प्रभावती पर बहुत गुस्सा किया था. किताब के अनुसार, गांधी ने जेपी को बाद में दूसरी शादी करने की भी सलाह दे दी थी.
स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका
जय प्रकाश नारायण ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया. 1929 में अमेरिका से भारत लौटने के बाद स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेना शुरू किया. ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष करने वाले हजारों युवाओं की तरह, उन्होंने भी अंग्रेजी शासन के खिलाफ आवाज बुलंद की. मौलाना अबुल कलाम आजाद की प्रेरणादायी भाषणों का उनके जीवन पर गहरा असर हुआ. गांधीजी के नेतृत्व में वे स्वतंत्रता संग्राम के सबसे अग्रणी नेताओं में से एक बन गए.
समाजवाद का समर्थन
जय प्रकाश नारायण ने हमेशा समाजवाद का समर्थन किया. उनका मानना था कि भारत में सच्ची आजादी तब तक नहीं मिलेगी जब तक प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक और आर्थिक न्याय प्राप्त नहीं होता. वे इस बात पर जोर देते थे कि सत्ता की राजनीति का उद्देश्य जनसेवा होना चाहिए, न कि व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति. उन्होंने समाजवाद के सिद्धांतों को अपनाया और एक निष्पक्ष, समान और न्यायपूर्ण समाज की कल्पना की.
संपूर्ण क्रांति
जय प्रकाश नारायण का सबसे महत्वपूर्ण योगदान 1970 के दशक में हुए ‘संपूर्ण क्रांति’ आंदोलन के रूप में जाना जाता है. दरअसल, 1970 के दौर में भारत में भ्रस्टाचार, महंगाई,बेरोजगारी बिकुल चरम पर थी. उसी दौरान जेपी ने 1974 में बिहार से इस आंदोलन की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, शिक्षा प्रणाली में बदलाव और शासन की गलत नीतियों का विरोध करना था. यह आंदोलन धीरे-धीरे बिहार से निकलकर पूरे भारत में फैल गया. जय प्रकाश नारायण ने 5 जून 1975 को एक ऐतिहासिक जनसभा में ‘संपूर्ण क्रांति’ का नारा दिया, जिसने पूरे देश में उथल-पुथल मचा दी.
संपूर्ण क्रांति की विचारधारा
जय प्रकाश नारायण का मानना था कि भारत की राजनीति में नैतिकता का पतन हो रहा है और इसे सुधारने के लिए व्यापक स्तर पर क्रांति की आवश्यकता है. उनका कहना था, भ्रष्टाचार का अंत करना, बेरोजगारी को समाप्त करना और शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाना, ये सब वर्तमान व्यवस्था से संभव नहीं है. इन समस्याओं के समाधान के लिए सम्पूर्ण व्यवस्था को बदलना होगा, और सम्पूर्ण व्यवस्था के परिवर्तन के लिए एक क्रांति यानी सम्पूर्ण क्रांति आवश्यक है. यह क्रांति सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक सुधारों का प्रतीक थी, जिसका उद्देश्य भ्रष्ट व्यवस्था को खत्म कर एक नए समाज का निर्माण करना था.
आपातकाल में संघर्ष
जय प्रकाश नारायण का नाम आपातकाल के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए भी प्रसिद्ध है. जब 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की, तो उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया. वे सत्ता के दमनकारी निर्णयों के खिलाफ खड़े हुए और देशभर में लोकतंत्र की रक्षा के लिए आंदोलन शुरू किया. उनके साहस और संघर्ष ने लाखों लोगों को प्रेरित किया और लोकतंत्र के प्रति जनता की आस्था को पुनः स्थापित किया. इसके कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा, लेकिन वे अपने सिद्धांतों और संघर्ष से पीछे नहीं हटे.
'सिंहासन खाली करो कि जनता आती है'
1975 में आपातकाल के दौरान जय प्रकाश नारायण ने इंदिरा गांधी के इस्तीफे की मांग की और उनके शासन को अलोकतांत्रिक बताया. इसी दौरान, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्ति 'सिंहासन खाली करो कि जनता आती है' ने जनता के दिलों में क्रांति की आग भर दी. आपातकाल के बाद, 1977 में हुए चुनाव में जनता पार्टी को भारी बहुमत मिला और भारत में पहली बार गैर-कांग्रेसी सरकार का गठन हुआ. यह जय प्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति का ही परिणाम था, जिसने देश की राजनीति को एक नई दिशा दी.
सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित
साल 1999 में, भारत सरकार ने उनके असाधारण योगदान को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया.
समाजवाद के प्रति प्रतिबद्धता
जय प्रकाश नारायण की राजनीतिक सोच का मुख्य आधार समाजवाद था. वे हमेशा गरीबों, मजदूरों और किसानों के हक की लड़ाई लड़े. उनका समाजवाद केवल सत्ता के अधिकारों तक सीमित नहीं था, बल्कि जनसेवा और समाज में व्यापक सुधारों पर आधारित था. उन्होंने बार-बार इस बात पर जोर दिया कि राजनीति का उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज में समता और न्याय की स्थापना करना चाहिए. यही कारण है कि वे भारतीय समाज के गरीब और वंचित तबकों के लिए हमेशा एक आदर्श माने जाते हैं.
उनका ‘लोकनायक’ का दर्जा इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने हमेशा जनता के हित के लिए काम किया और सत्ता के लालच से दूर रहकर समाज सेवा की. जय प्रकाश नारायण का योगदान भारतीय समाज और राजनीति में अमूल्य है और वे सदैव प्रेरणा के स्रोत रहेंगे. उनके विचार और संघर्ष आज भी भारतीय राजनीति में प्रासंगिक हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक दिशा दिखाने का कार्य करते रहेंगे. जय प्रकाश नारायण की जयंती पर हम उनके जीवन और विचारों को स्मरण करते हुए यह महसूस कर सकते हैं कि उन्होंने भारत की राजनीति और समाज को एक नई दिशा दी. उनका जीवन समाजवाद, न्याय और समानता के सिद्धांतों पर आधारित था, जो आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उस समय थे. उनके संघर्ष, त्याग और अदम्य साहस को भारतीय इतिहास में सदैव याद रखा जाएगा.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
ग्राफिटी में दिखाया नॉर्थ ईस्ट के कलाकारों ने ऐसा हुनर, हैरान रह गए रंगों का जादू देखकर लोग
Banana Auction: इस केले को खरीदने के लिए अमीरों में मची होड़, 52 करोड़ रुपये में हुआ सेल
Rajasthan Shocking News : झुंझुनू में पोस्टमार्टम के बाद जिंदा हुआ मृत शख्स!
Bitcoin Scam के देश में दर्ज सभी केस की जांच CBI करेगी, Sharad Pawar फैमिली तक है घोटाले की आंच
मातम में बदलीं खुशियां, शादी के स्टेज पर तोहफा देते समय Amazon कर्मचारी की मौत
कारण जो बताते हैं कि ईरान-इजरायल युद्ध में बम बारूद से ज्यादा खतरनाक हैं जासूसी-इंटेलिजेंस
Gautam Adani को एक और बड़ा झटका, केन्या ने सभी डील को किया रद्द, जानें कितना हुआ नुकसान
Health Tips: चाय में मिलाकर पीएं ये एक चीज, सर्दी-खांसी और जुकाम से तुरंत मिलेगा आराम
'कृपया मरने से 3 दिन पहले बता दें कंपनी को' Sick Leave पर लगी रोक तो भड़क उठे लोग, निकाला ऐसे गुस्सा
महिला को पैदा हुए एक साथ 4 बच्चे, PHOTOS देख मुस्कुरा देंगे आप
पाकिस्तान के कुर्रम जिले में बड़ी घटना, यात्री वाहनों पर हमले में मारे गए करीब 38 लोग
Russia ने दागी यूक्रेन पर परमाणु हथियार ले जाने वाली मिसाइल, क्या इसे मान लें US को लास्ट वॉर्निंग?
Delhi Liquor Scam: अरविंद केजरीवाल को HC से बड़ा झटका, आबकारी नीति मामले में ट्रायल पर रोक से इनकार
Aishwarya Rajinikanth और Dhanush के बीच नहीं होगी सुलह, इस तारीख को आएगा तलाक पर आखिरी फैसला
बढ़ते प्रदूषण में फेफड़ों को डिटॉक्स करने के लिए इन 5 फलों को करें डाइट में शामिल
दिल्ली-NCR के श्मशान घाट की हवा सबसे साफ, जलती चिताओं के बीच चौंका देगा यहां के AQI का आंकड़ा
Gautam Adani के खिलाफ जारी हुआ अरेस्ट वारंट, 2,250 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी का आरोप
UP Police Constable और RO/ARO पेपर लीक मामले के दो मास्टरमाइंड ED की हिरासत में
कभी ऐसा था करोड़ों में खेलने वाली इस South एक्ट्रेस का लुक, पुराना वीडियो हो रहा वायरल
India की Hypersonic Missile Technology देख कहीं खौफ में तो नहीं आ गया है Pakistan?
'राहुल गांधी को झूठे आरोप लगाने की आदत', अडानी मामले को लेकर कांग्रेस पर बीजेपी का पलटवार
बालों का झड़ना रोकने के लिए रामबाण हैं ये चीजें, कुछ ही दिनों में दिखने लगेगा असर
Shah Rukh Khan को धमकी देने वाले के मंसूबों का लग गया पता, पूछताछ में आरोपी ने उगला सच
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए AAP की पहली लिस्ट जारी, जानें किसे कहां से मिला टिकट
बढ़ते प्रदूषण के बीच खाएं ये फल और सब्जियां, बूस्ट होगी इम्यूनिटी पावर
Shami-Manjrekar: 'बाबा की जय हो', क्यों संजय मांजरेकर पर भड़क उठे मोहम्मद शमी?
गैस चैंबर बनी दिल्ली, प्रदूषण का हाल देख इस एक्ट्रेस को सताई चिंता, बोलीं 'दिल टूट गया'
रोटी का आटा गूंथते समय मिला लें इसमें एक चीज, Bad Cholesterol की हो जाएगी छुट्टी
सर्दियों में हर रात लगाएं ये तेल, हफ्तेभर में मिलेगी जवां और ग्लोइंग स्किन
UP: मुंह-कान और गले से निकल रहा था खून, नहीं कर पाया रेप तो उतारा मौत के घाट, अब मिला इंसाफ
Indian Railways: जनरल कोच का सफर होगा अब आरामदायक, जानें क्या है रेलवे की नई व्यवस्था
Road Accident: हजारीबाग में पलटी यात्रियों से भरी बस, दर्दनाक हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत
AR Rahman और मोहिनी डे के तलाक के बीच है कनेक्शन? वकील ने बता दी सच्चाई
Fact Check: क्या मोदी सरकार ने बढ़ाई सरकारी कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र?
हिमाचल भवन के बाद क्या अब बीकानेर हाउस की भी होगी कुर्की? जानें दिल्ली की कोर्ट का क्या है निर्देश
किचन में रखी ये दो चीजें डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल के लिए हैं रामबाण, जानें कैसे करें इनका सेवन
Aaradhya के बर्थडे पर गायब रहे पापा Abhishek Bachchan, मां Aishwarya Rai ने यूं लुटाया प्यार
UP Crime News: 'दूसरी' से इश्क, 'पहली' से नफरत, फिर किया पूरे परिवार का कत्ल, जानें पूरा मामला
Brain Stroke आने से पहले नजर आते हैं 5 बड़े लक्षण, नजरअंदाजी पड़ सकती है भारी
Viral Video: ठंड से बचने के लिए युवक ने अपनाया गजब का जुगाड़, इसके आगे फेल है स्वेटर-शॉल
Rahu Ketu Gochar 2025: राहु केतु के गोचर से चमक जाएगी इन 3 राशियों की किस्मत, बनेंगे हर काम
Peanuts Benefits: टाइमपास के लिए खाते हैं मूंगफली तो जान लें फायदे भी, स्वाद के साथ है सेहत का खजाना
सर्दियों में बिगड़ सकता है पाचन, Healthy Digestion के लिए रोज करें ये 5 योगासन
Viral: भारत में छाया पाकिस्तानी जुबिन नौटियाल, सिंगर की नकल उतार बनाई रील, देखें Video
Kidney Health: गुर्दे की सेहत को बेहतर करेंगे ये 5 ड्रिंक्स, किडनी की सारी गंदगी को कर देंगे बाहर
US, इटली, स्पेन और Greece ने क्यों बंद किए यूक्रेन में अपने दूतावास, जानें Inside Story
सर्दी में दिल को स्वस्थ रखना है तो इन गलतियों से बचें, वरना लगाने पड़ सकते हैं अस्पताल के चक्कर
Jharkhand में भाजपा को बढ़त और इंडिया ब्लॉक को टेंशन देते नजर आ रहे हैं Exit Polls
Delhi Pollution: दिल्ली में इन कर्मचारियों को नहीं मिलेगा वर्क फ्रॉम होम, आना होगा ऑफिस
Jharkhand Exit Poll: झारखंड में किसके सिर सजेगा 'ताज', चौंका रहे अलग-अलग एजेसियों के एग्जिट पोल्स
नसों में जमा गंदगी को दूर करते हैं ये 5 आयुर्वेदिक हर्ब्स, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर डाइट में करें शामिल
क्या हेमंत सोरेन-राहुल गांधी के रिश्तों में आई है तल्खी? झारखंड चुनाव तो कुछ यही बता रहा!
Exit Poll Result 2024: महाराष्ट्र में महायुति की बल्ले-बल्ले, AI एग्जिट पोल में INDIA गठबंधन को झटका
पाकिस्तान में बड़ा आत्मघाती हमला, PAK आर्मी के 17 जवानों की मौत, कई घायल
नाक पर पट्टी और बिस्तर पर इस हाल में नजर आईं Kashmera Shah, पति कृष्णा को लेकर कही ये बात
यूपी उपचुनाव: वोटिंग को लेकर बवाल, SHO ने वोटर्स पर तानी रिवॉल्वर, अखिलेश यादव ने शेयर किया VIDEO
Winter Health Tips: नवंबर-दिसंबर में डाइट से बाहर कर दें ये 5 फूड्स, सेहत की बजा देंगे बैंड
UP उपचुनाव: करहल में वोट डालने को लेकर दलित लड़की की हत्या, नग्न अवस्था में मिली लाश
Astro Tips: इस दिन भूलकर भी किसी को उधार नहीं देना चाहिए पैसा, चला जाता है आपका गुड लक
हार्ट समेत कई बीमारियों को दूर रख सकता है योगर्ट, फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान