Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

चीन के वैज्ञानिकों ने खोज निकाला Sugar का इलाज! Type 1 Diabetes को रिवर्स करने में हासिल की सफलता

चीन के वैज्ञानिकों ने टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित एक 25 वर्षीय महिला का एक खास तकनीक से सफलतापूर्वक इलाज किया है, जो दुनिया का पहला टाइप 1 डायबिटीज रिवर्सल केस माना जा रहा है...

Latest News
चीन के वैज्ञानिकों ने खोज निकाला Sugar का इलाज! Type 1 Diabetes को रिवर्स करने में हासिल की सफलता

सांकेतिक तस्वीर 

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

Chinese Scientists Reverse Type 1 Diabetes- चीन के वैज्ञानिकों ने (Diabetes) के इलाज में एक बड़ी सफलता हासिल की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैज्ञानिकों ने टाइप-1 डायबिटीज़ से पीड़ित एक 25 वर्षीय महिला का एक खास तकनीक से  सफलतापूर्वक इलाज किया है. ऐसे में इसे दुनिया का पहला टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) रिवर्सल केस माना जा रहा है. बता दें कि डायबिटीज एक ऐसी लाइलाज बीमारी है, जो एक बार हो जाए तो जीवनभर पीछा नहीं छोड़ती है. इस स्थिति में जिंदगीभर शुगर लेवल (Sugar Level) को कंट्रोल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. इसे रिवर्स करना संभव नहीं होता है.

इस खास तकनीक से किया इलाज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले करीब 10 सालों से टाइप 1 डायबिटीज से जूझ रही चीन की एक 25 साल की महिला को अब तक ब्लड शुगर (Blood Sugar) कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन (Insulin) की डोज लेनी पड़ती थी. हालांकि वैज्ञानिकों ने सेल ट्रांसप्लांट के जरिए सर्जरी कर महिला को इस बीमारी से छुटकारा दिला दिया. इस सर्जरी में करीब आधा घंटा लगा. 


यह भी पढ़ें: महिलाओं के बीच बढ़ रहा Breast Implant का ट्रेंड, जानें इसके क्या हैं जोखिम और कितना आता है खर्च


डॉक्टर्स ने स्टेम ट्रांसप्लांट के लिए मिनिमली इनवेसिव सर्जरी की थी, जो कमाल कर गया. करीब ढ़ाई महीने के बाद महिला का ब्लड शुगर लेवल नेचुरल तरीके से कंट्रोल होने लगा और महिला को इंसुलिन लेने की जरूरत नहीं पड़ी.

कैसे काम करती है ये सर्जरी 

इस सर्जरी में किसी मृत डोनर के पैंक्रियाज से आइलेट सेल्स को निकाल कर उन सेल्स को टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित मरीज के लिवर में ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है. इसके बाद पैंक्रियाज में आइलेट सेल्स इंसुलिन और ग्लूकागन जैसे हार्मोनों का प्रोडक्शन करना शुरू कर देती है, जो बाद में ब्लड स्ट्रीम में आने लगती हैं. इससे ग्लूकोज लेवल कंट्रोल होने लगता है. 

ऐसे में अब स्टेम सेल थेरेपी ने डायबिटीज के इलाज में नई संभावनाएं खोल दी हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह बेहद असरदार क्लीनिकल ट्रीटमेंट है, हालांकि डोनर्स की कमी होने के कारण ज्यादा लोगों को यह नहीं मिल पा रहा है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement