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Lucknow में पुणे जैसा केस? ड्यूटी पर HDFC कर्मचारी की मौत, Akhilesh Yadav ने BJP को ठहराया जिम्मेदार

Lucknow News: लखनऊ से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है. पुणे में काम के तनाव के कारण मौत का शिकार हुई चार्टर्ड अकाउंटेंट की तरह एचडीएफसी बैंक की 45 वर्षीय कर्मचारी सदफ फातिमा की भी अचानक मौत हो गई है.

Lucknow में पुणे जैसा केस? ड्यूटी पर HDFC कर्मचारी की मौत, Akhilesh Yadav ने BJP को ठहराया जिम्मेदार
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Lucknow News: वर्क प्रेशर के कारण कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाला दबाव एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. हाल ही में पुणे स्थित  EY अकाउंटिंग कंपनी की एक कर्मचारी की मौत के बाद, अब लखनऊ से भी एक और मामला सामने आया है. मंगलवार को HDFC बैंक की 45 वर्षीय एडिशनल डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट सदफ फातिमा की संदिग्ध परिस्थितियों में ऑफिस के अंदर उनकी कुर्सी पर ही मौत हो गई. उनके साथी कर्मचारियों को ये आशंका है कि लगातार काम के दबाव और तनाव के कारण सदफ को हार्ट अटैक आया, जिससे उनकी जान चली गई. पुलिस ने मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है. 

कुर्सी से गिरने के बाद मौत

45 वर्षीय सदफ फातिमा वजीरगंज की निवासी थीं. HDFC बैंक की गोमतीनगर शाखा में काम करते हुए दोपहर 3 बजे के आसपास अचानक बेहोश होकर कुर्सी से गिर गईं, जिसके बाद ऑफिस के बाकी साथियों ने उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है ताकि उनकी मृत्यु के कारणों की पुष्टि की जा सके.

वर्क प्रेशर से तनाव में थीं

HDFC बैंक के कर्मचारियों ने बताया कि सदफ फातिमा लंबे समय से काम के दबाव से जूझ रही थीं. उनके साथी कर्मचारियों ने बताया कि उन पर वर्कलोड का ज्यादा तनाव था और वे इसको लेकर अक्सर परेशान रहती थीं. हालांकि, इस मामले पर अभी तक बैंक की तरफ से किसी तरफ का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरा

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस घटना को लेकर  चिंता व्यक्त करते हुए लिखा है कि यह घटना "गंभीर रूप से चिंताजनक" है. उन्होंने कहा कि यह घटना देश में आर्थिक दबाव और वर्कप्लेस पर खराब परिस्थितियों का परिणाम है. उन्होंने कंपनियों और सरकारी विभागों को अपनी कार्यशैली पर पुनर्विचार करने का सुझाव दिया और कहा कि ऐसी घटनाएं मानव संसाधन के लिए एक बड़ा नुकसान हैं.

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वर्क प्रेशर के कारण बढ़ रही आकस्मिक मौतें
26 वर्षीय Anna Sebastian EY के पुणे कार्यालय में करीब चार महीने से काम कर रही थीं, उनकी मृत्यु भी बीते जुलाई महीने में काम के दबाव के कारण हो गई थी. यह मामला जब आम लोगों के बीच आया जब इस महीने की शुरुआत में, उनकी मां अनिता ऑगस्टिन ने EY इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखकर कंसल्टिंग फर्म में चल रहे ओवरवर्क पर सवाल उठाया था. उनके पिता का कहना है कि 26 वर्षीय अन्ना अपने सीनियर्स के साथ काम के दबाव को लेकर बहुत परेशान रहती थीं. वर्क प्रेशर और तनाव के कारण कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है. इससे पहले भी देश के कई हिस्सों में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां काम के बोझ और तनाव के कारण कर्मचारियों की जान चली गई. HDFC बैंक की इस घटना ने एक बार फिर से कार्यस्थल की चुनौतियों और काम के दबाव की गंभीरता को उजागर किया है.

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