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हिमाचल प्रदेश में बारिश ने ली 30 की जान, अब तक 3000 करोड़ का हुआ नुकसान

Himachal Pradesh Rains: भारी बारिश और भूस्खलन के चलते हिमाचल प्रदेश में 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 3000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है.

हिमाचल प्रदेश में बारिश ने ली 30 की जान, अब तक 3000 करोड़ का हुआ नुकसान

Himachal Pradesh Floods

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डीएनए हिंदी: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश अभी भी जारी है. बीते एक हफ्ते में हुई जोरदार बारिश, भूस्खलन और तेज बहाव की घटनाओं ने पूरे राज्य को बेहाल कर दिया है. पूरे राज्य में दर्जनों पुल टूट गए हैं, सड़कें बंद हो गई हैं और निचले इलाकों में बसे कई घर पानी के तेज बहाव में बहकर टूट गए हैं. इन हादसों में अभी तक 30 लोगों की मौत भी हो चुकी है जिसमें से 29 की पहचान की जा चुकी है. बाढ़ जैसे हालात के बीच राजधानी शिमला में पीने के पानी की समस्या हो गई है और लोगों को टैंकरों के पीछे लंबी-लंबी लाइन लगानी पड़ रही है. बारिश और बाढ़ जनित घटनाओं के चलते लगभग 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है और अभी इसके और भी ज्यादा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.

पुलिस के मुताबिक, घरों के टूटने, सड़कों के बह जाने और पुलों के टूटने की वजह से अभी तक कुल 30 लोगों की मौत हो गई है. इसमें से सबसे ज्यादा 11 लोग शिमला के हैं. 29 मृतकों की पहचान कर ली गई है. भारी बारिस के बीच शिमला, सिरमौर, मंडी, कुल्ली, लाहौल, किन्नौर और सोलन में रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा और ऊना में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

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शिमला में पीने के पानी की किल्लत
बाढ़ की वजह से शिमला में पीने की पानी की सप्लाई भी प्रभावित हुई है. शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड अब टैंकरों से पानी पहुंचा रहा है. शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया, 'इस आपदा के कारण पूरे राज्य को बहुत नुकसान हुआ है. चाहे पानी की योजनाओं, सड़कें हों या बांध हों. शिमला में हमने लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए प्राइवेट टैंकर भी मंगाए हैं, नगर निगम के टैंकर भी लगे हुए हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि जितने ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पानी पहुंचा सकें, पहुंचाया जाए. शिमला की सड़कें और गलियां पतली हैं इसलिए हम छोटे टैंकर ही भेज पा रहे हैं.'

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डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी का दौरा करने के बाद कहा, 'चर्चा और विचार जारी है. मुझे लगता है कि अगले 24 घंटे में हम आगे की कार्रवाई शुरू कर देंगे. मंडी में जहां से पानी आता है, उन प्लांट्स को बंद किया गया है. ऐसे में हम सभी संभावनाओं को देख रहे हैं कि क्या हो सकता है. कुल्लू सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, सभी रास्ते बंद हो गए हैं. बसों का परिचालन बंद है लेकिन वे सुरक्षित जगहों पर रखी गई हैं. हमने कई जगहों पर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला है.'

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