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Picnic Politics: हेमंत सोरेन की पिकनिक पॉलिटिक्स खत्म, विधायकों के साथ फिर लौटे रांची, अब क्या करेगी JMM?

हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यसता पर सस्पेंस बना हुआ है. वह अपने समर्थक विधायकों को लेकर लतरातू पिकनिक मनाने पहुंचे थे. अब एक बार फिर वह राजधानी रांची लौट आए हैं.

Picnic Politics: हेमंत सोरेन की पिकनिक पॉलिटिक्स खत्म, विधायकों के साथ फिर लौटे रांची, अब क्या करेगी JMM?

पॉलिटिकल पिकनिक पर हेमंत सोरेन.

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डीएनए हिंदी: झारखंड (Jharkhand) में चल रहे सियासी हलचल के बीच हेमंत सोरेन की पिकनिक पॉलिटिक्स चर्चा में है. माइनिंग लीज आवंटन के मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की विधानसभा सदस्यता को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच सोरेन और सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक शनिवार को खूंटी जिले के लतरातू में तीन-चार घंटे तक पिकनिक मनाकर रांची लौट आए हैं. 

सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी 45 विधायकों की आज रात मुख्यमंत्री आवास पर बैठक होनी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन के 45 विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में प्रांतीय राजधानी से 38 किलोमीटर दूर खूंटी के पिकनिक स्पॉट ‘लतरातू’ से घूमकर शाम करीब छह बजे वापस रांची रवाना हो गए थे.

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क्यों पिकनिक पर गए थे विधायक?

जेएमएम नेता ने कहा कि सभी विधायक रात आठ बजे सीधे मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे जहां सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों की बैठक होनी है. इससे पहले भट्टाचार्य ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा था कि हमारे सभी विधायकों को जाना था रामगढ़ जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पतरातू लेकिन जानबूझकर हम उन्हें उल्टी दिशा में खूंटी जिले में लतरातू घुमाने ले गए क्योंकि मुख्य विपक्षी भाजपा उसी की भाषा समझती है.

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पिकनिक पॉलिटिक्स की वजह क्या है?

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, 'मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों एवं सभी विधायकों को तीन बसों में लेकर दोपहर लगभग दो बजे अपने आवास से निकले थे और खूंटी जिले के इस पर्यटन स्थल पर लगभग तीन घंटे रुकने और आनंद उठाने के बाद सभी शाम छह बजे वापस रांची के लिए रवाना हो गए थे.'

मुख्यमंत्री आवास पर होगी अहम बैठक

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, 'झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन के उपलब्ध सभी 45 विधायकों की मुख्यमंत्री आवास पर आज बैठक होनी है जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय भी उपस्थित होंगे.'

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इससे पहले यह पूछे जाने पर कि महागठबंधन के 49 विधायकों में से 45 ही क्यों लतरातू घूमने गए, भट्टाचार्य ने कहा, 'तीन महानुभाव तो कोलकाता में पचास लाख रुपये नकदी के साथ पकड़े जाने के बाद कांग्रेस से निलंबित हैं और अदालत की रोक पर वहीं ठहरने को मजबूर हैं और एक विधायक ममता देवी मातृत्व अवकाश पर हैं.'

सत्तारूढ़ दल के पास कितने विधायकों का है समर्थन?

झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन के पास 81 सदस्यीय विधानसभा में कुल 49 विधायक अपने हैं और उन्हें कुछ अन्य विधायकों का भी सरकार चलाने के लिए समर्थन प्राप्त है. राज्य विधानसभा में झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक हैं. इसके विपरीत मुख्य विपक्षी बीजेपी के कुल 26 विधायक हैं और उसके सहयोगी आज्सू के दो विधायक हैं और उन्हें सदन में दो अन्य विधायकों को समर्थन प्राप्त है. 

क्यों अचानक ट्रिप पर गए थे विधायक?

सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज यकायक मुख्यमंत्री एवं विधायकों के लतरातू पर्यटन की योजना बनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'बीजेपी और उसके एक सांसद लगातार भ्रम फैला रहे हैं कि झारखंड सरकार को बचाने के लिए हम अपने विधायकों को पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ अथवा बिहार ले जाने की तैयारी कर रहे हैं. इसी अफवाह का मजाक बनाने के लिए आज हमने यह योजना बनाई क्योंकि और खास कर लतरातू नामक पर्यटन स्थल गये क्योंकि बीजेपी इसी की भाषा समझती है.'

हर फैसले के लिए तैयार है जेएमएम

सुप्रियो भट्टाचार्य कि किसी भी स्थिति में राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है और उनकी पार्टी मुख्यमंत्री सोरेन की विधायकी के बारे में सिर्फ राज्यपाल के माध्यम से चुनाव आयोग के फैसले की प्रतीक्षा कर रही है और जो भी फैसला आयेगा उससे निपटने के लिए रणनीति तैयार कर ली गई है.

क्या है बीजेपी का रिएक्शन?

दूसरी ओर झामुमो के निशाने पर रहने वाले गोड्डा से बीजेपी के सांसद डॉक्टर निशिकांत दूबे ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, 'डराने व भगाने वाले BJP नेता मधुबन में प्रशिक्षण दे रहे हैं और नहीं डरने का ड्रामा करने वाले डर कर बसों से भागमभाग कर रहे हैं.'

सत्ताधारी विधायकों की लतरातू में नौकायन की तस्वीर साझा करते हुए निशिकांत ने लिखा है, 'ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री की सदस्यता भ्रष्टाचार में नहीं देश आज़ाद करने में गई है. भ्रष्टाचारी को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देकर जश्न मनाने वाले सभी विधायकों को बधाई.'

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