Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Draupadi Murmu और यशवंत सिन्हा ही नहीं, कुल 115 लोगों ने भर दिया राष्ट्रपति चुनाव का पर्चा

President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के अलावा कुल 115 पर्चे भरे गए हैं. 18 जुलाई को देश के सर्वोच्च नागरिक के पद के लिए वोटिंग होगी.

Draupadi Murmu और यशवंत सिन्हा ही नहीं, कुल 115 लोगों ने भर दिया राष्ट्रपति चुनाव का पर्चा

राष्ट्रपति चुनाव के लिए 100 से ज्यादा लोगों ने भरा पर्चा

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है. पर्चा भरने की आखिरी तारीख 29 जून थी. आखिरी दिन तक कुल 115 लोगों ने देश के सर्वोच्च पद के चुनाव के लिए अपना नामांकन करवाया. राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्ताधारी बीजेपी के गठबंधन एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है. राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन बुधवार तक कुल 115 नामांकन दाखिल किए गए, इनमें से 87 नामांकन पड़ताल के लिए बचे हैं. 

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को इन नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि कुल 115 में से 28 नामांकन उम्मीदवारों के नाम के साथ मतदाता सूची प्रस्तुत नहीं किए जाने के कारण ये पर्चे खारिज कर दिए गए. उन्होंने बताया कि शेष 87 नामांकन 72 उम्मीदवारों के हैं जिनकी गुरुवार को जांच की जाएगी. नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा शामिल हैं. 

यह भी पढ़ें- फोटोग्राफर से लेकर सीएम की कुर्सी तक... कैसे Uddhav Thackeray बने राजनेता

यशवंत सिन्हा और द्रौपदी मुर्म के बीच है मुख्य मुकाबला
द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा चुनाव में मुख्य उम्मीदवार हैं. उनके अलावा, कई आम लोगों ने भी देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए अपने नामांकन दाखिल किए हैं. इनमें मुंबई के एक झुग्गी निवासी, राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक लालू प्रसाद यादव के एक हमनाम, तमिलनाडु के एक सामाजिक कार्यकर्ता और दिल्ली के एक प्राध्यापक शामिल हैं. 

यह भी पढ़ें- फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव ठाकरे का इस्तीफा, बोले- शिवसेना को फिर खड़ा करूंगा

आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने नामांकन करने वाले लोगों के लिए कम से कम 50 प्रस्तावक और 50 अनुमोदक अनिवार्य कर दिए हैं. प्रस्तावक और अनुमोदक निर्वाचक मंडल के सदस्य होने चाहिए. साल 1997 में, 11वें राष्ट्रपति चुनाव से पहले प्रस्तावकों और अनुमोदकों की संख्या 10 से बढ़ाकर 50 कर दी गई थी, वहीं जमानत राशि भी बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई थी.

राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग 18 जुलाई को होगी और 21 जुलाई को वोटों की गिनती की जाएगी. वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म होगा. नए राष्ट्रपति 25 जुलाई को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए  हिंदी गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement