तिरुपति मंदिर प्रसाद में मिलावट के बाद चारों तरफ इसी की चर्चाए हैं, लेकिन कहीं आप भी तो अपने घर पर मिलवाटी घी नहीं खा रहें. आज हम आपको इस लेख में सही और शुद्ध घी की परख के बारें में बताने जा रहे हैं.
तिरुपति मंदिर के प्रसाद में बनने वाले लड्डुओं में मिलावटी घी का इस्तमाल होता है, इसकी पुष्टी हुई है. बताया जा रहा है कि इस घी में मांस और फिस ऑइल की मिलावट की जाती थी. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप अपने घर में भी तो मिलावटी घी का इस्तमाल नहीं कर रहें. आज हम आपको इस लेख में कुछ ऐसे तरीकों के बारें में बताने जा रहे हैं जिससे आप तुरंत शुद्ध और अशुद्ध घी को पहचान लेंगे.
1.नमक से जांच
शुद्ध घी की परख करने के लिए नमक सबसे आसान तरीका है. एक बर्तन में 2 चम्मच घी लेकर उनसे दो छोटी चम्मच नमक और दो बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिला दें. अब 20 मिनट बाद चेक करें यदि घी के रंग में बदलाल या लाल होता है तो आपका घी मिलावटी है.
2.पानी
एक गिलास पानी में एक चम्मच घी डाल दें अगर घी तैर रहा हैं तो वह शुद्ध है लेकिन अगर घी पानी में डूब गया तो वह मिलावटी है.
3.हथेली पर रगड़कर
घी को हथेली के बीच रखे और फिर दोनों हथेलियों को का कम से कम 10 मिनट तक रगड़ें और फिर हथेलियों को सूंघें, अगर घी की महक है तो असली है और अगर नहीं है तो नकली है.
4.उबाल कर
असली घी पता करने के लिए 4 या 5 चम्मच घी को बर्तन में उबाले और फिर उसे 24 घंटे तक ठंडा होने दे अगर घी का रंग नहीं बदला है तो वह एक असली है.
5.कैसे बनता है मिलावटी घी
बता दें कि मिलावटी घी बनाने के लिए वेजिटेबल तेल, पिघला हुआ बटर, डालडा और हाइड्रोजेनेटेड तेल का इस्तेमाल किया जाता है.