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Monkeypox Virus Attack: क्या फिर से लॉकडाउन कराएगा मंकीपॉक्स? जानिए किस अंग को करता है प्रभावित और इससे कैसे बचें

मंकीपॉक्स के बढ़ते केस देखकर दोबारा लॉकडाउन की स्थिति हो सकती है अगर इसे समय रहते काबू न किया गया. ये वायरस कोरोना की तरह ही एक से दूसरे में फैलता है और कोरोना की तरह ही इससे बचाव के उपाय भी करने होंगे.

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मंकीपॉक्स के लक्षण

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क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार एमपॉक्स, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक दुर्लभ बीमारी है जो चेचक के समान है. यह वायरस द्वारा फैलता है और अधिकतर अफ़्रीकी क्षेत्रों में होता है. लेकिन इसके मामले दुनिया के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिलते हैं. MPOX के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है, लेकिन यह आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाता है.
मंकीपॉक्स वायरस त्वचा, नाक, आंख या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है. भारत में इसके मामले बढ़ने लगे हैं. मंकीपॉक्स चेहरे और शरीर के बाहरी हिस्सों को प्रभावित करता है, और मवाद से भरे घाव के फूटने और सूखने पर ये तेजी से फैलता है. हालात ये हैं कि मंकीपॉक्स एक से दूसरे में तेजी से फैल रहा है और इससे बचने के लिए ठीक वैसे ही सावधानी बरतनी है, जैसे कोरोना से बचने के लिए की गई थी. मंकीपॉक्स के मरीज को आइसोलेट करना बेहद जरूरी होता है.

एमपॉक्स वायरस की चपेट में आने के बाद लक्षण दिखने में कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक का समय लग सकता है. इसमें ये चीजें शामिल हैं.

खरोंच
बुखार
थकान
सिरदर्द
ठंड लग रही है
मांसपेशियों में दर्द
MPOX को रोकने के लिए क्या करें?

एमपॉक्स से पीड़ित अधिकांश लोग 2-4 सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं. ऐसे मामलों में लक्षणों से राहत पाने और दूसरों को संक्रमण से बचाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए.
यदि संभव हो तो घर पर और कमरे में ही रहें.
हाथों को बार-बार साबुन और हैंड सैनिटाइजर से धोएं.
जब तक आपके और अन्य लोगों के दाने ठीक न हो जाएं तब तक मास्क पहनें
आसपास होने पर दाने को ढक दें.
अगर आप अकेले हैं तो त्वचा को सुखा लें.
उन चीज़ों को छूने से बचें जो किसी और के संपर्क में आई हों.
मुंह के छालों से राहत दिलाता है नमक
पानी का प्रयोग करें.
शरीर के घावों के लिए, बेकिंग सोडा या एप्सम साल्ट के साथ सिट्ज़ बाथ या गर्म स्नान करें.

कैसे फैलती है यह बीमारी?

मंकी पॉक्स संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. इसमें किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाना और करीब से बात करना शामिल है. यह आंखों, श्वसन तंत्र, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है. मंकी पॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं को छूने से भी फैल सकता है. यह वायरस संक्रमित जानवरों जैसे बंदर, चूहे और कृंतक से भी फैल सकता है. लेकिन 2022 में मंकी पॉक्स वायरस यौन संपर्क से अधिक फैला.

मंकी पॉक्स से खुद को कैसे बचाएं?

इसी उद्देश्य से यह एडवाइजरी भी जारी की गई है. इसमें कहा गया है कि मंकीपॉक्स से संक्रमित किसी भी व्यक्ति के निकट संपर्क से बचें और यदि पड़ोस में वायरस फैल रहा है तो अपने हाथ साबुन से धोएं. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि ठीक होने के बाद 12 सप्ताह तक सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए. सबसे अच्छी बात टीकाकरण कराना है. इस बीमारी के लिए एक टीका मौजूद है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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