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Jyeshtha Purnima 2024: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर कर लिए ये 3 उपाय तो पितृदोष से मिल जाएगा छुटकारा, घर में आएगी सुख समृद्धि 

ज्येष्ठ माह (Jyeshtha Purnima ) में आने वाली पूर्णिमा का बड़ा महत्व है. इसमें पितरों का तर्पण और उपाय करने से पितर प्रसन्न होते हैं. हर काम बनते चले जाते हैं.

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Jyeshtha Purnima 2024: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर कर लिए ये 3 उपाय तो पितृदोष से मिल जाएगा छुटकारा, घर में आएगी सुख समृद्धि 
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Jyeshtha Purnima 2024: हर कोई चाहता है कि उनके घर में सुख समृद्धि और शांति बनी रहे. इसके लिए काम काज से लेकर पितरों का तृप्त होना भी बेहद जरूरी है. अगर आपके दिन रात मेहनत करने पर भी घर में कलेश, धन की कमी और तनाव बना रहता है तो इसकी वजह पितरों की नाराजगी यानी पितृदोष (Pitru Dosh) हो सकता है. इसकी वजह से ही घर में बीमारी, बार बार असफलता और लड़ाई झगड़े होते हैं. अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा पर तीन उपाय अपना सकते हैं. यह उपाय घर के बड़े बेटे से कराने पर कारगर साबित होंगे. इनसे पितर दोष दूर होने के साथ ही पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. 

इस दिन है ज्येष्ठ पूर्णिमा

ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा (Purnima) का विशेष महत्व होता है. इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा 23 जून को रहेगी. इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से लेकर दान करने से पितर दोष दूर हो जाता है. भगवान की कृपा प्राप्त होती है. जीवन में पाप और कष्ट नष्ट हो जाते हैं. 

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर घर के बड़े बेटे से कराएं ये उपाय

अगर आप पितृदोष से जूझ रहे हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा (Jyeshtha Purnima ) के दिन गंगा नदी में स्नार करें. इसके बाद जल में सफेद फूल और गाय का दूध डालकर जल अर्पित करें. अपने पितरों की तीन पीढ़ियों का नाम लेकर उनका तर्पण करें. इससे पितर प्रसन्न होते हैं. पितृदोष से मुक्ति मिलती है और सभी काम बनते चले जाते हैं. यह उपाय घर के बड़े बेटे से करना बेहद फलदायक साबित होता है.

घर का बड़ा बेटा करेंगा हवन

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन हवन करें. इसमें पितरों का ध्यान करते हुए काले तिल डालें. इसके साथ ही जल के लौटे में काले तिल डालकर दक्षिण दिशा की तरफ जल अर्पित करें. इससे पितरों की आत्मा तृप्त होती है. कुल में सुख संपत्ति बनी रहती है. उनके आशीर्वाद से सभी काम बनते चले जाते हैं. 

पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं दीपक

पितृदोष से जूझ रहे हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाये. इसमें काले तिल डाल दें. इसके बाद पितरों का ध्यान करें और अपनी गलतियों की क्षमा मांगे. ऐसा करने से पितृदोष मिट जाता है. भविष्य में वंश वृद्धि होती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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