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दवाइयां बेचने में की थी गड़बड़ी, फार्मासिस्ट पर लग गया सवा दो करोड़ रुपये का जुर्माना

अमेरिका के टेक्सास में पाबंदी के बावजूद ओपिओइड (Opioid) दवा बेची जा रही थी. भारतीय फार्मासिस्ट भी इस दवा के साथ अन्य की अवैध बिक्री कर रहा था.

दवाइयां बेचने में की थी गड़बड़ी, फार्मासिस्ट पर लग गया सवा दो करोड़ रुपये का जुर्माना

Pharmacist

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डीएनए हिंदी: अमेरिका के टेक्सास में भारतीय मूल के एक फार्मासिस्ट को दवाइयां बेचने में गड़बड़ी करना इतना महंगा पड़ गया कि अब उसे करीब 3 करोड़ रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा. टेक्सास की अदालत ने व्यक्ति पर फार्मेसी में दवाइयों की अवैध बिक्री पर 2 लाख 75 हजार डॉलर का जुर्माना लगाया है. साथ ही ओपियोइड और अन्य प्रतिबंधित दवाओं के बिक्री पर भी रोक लगाई है.

जानकारी के अनुसार, फार्मासिस्ट जितेंद्र चौधरी के पास जारजामोरा हेल्थकेयर एलएलसी है, जो सैन एंटोनियो में राइट-अवे फार्मेसी और मेडिकल सप्लाई के रूप में कारोबार कर रही है. अदालत ने जितेंद्र और उनकी फार्मेसी को कुछ ओपियोइड नुस्खे देने से रोक दिया, जिसमें संयोजन ओपियोइड और बेंजोडायजेपाइन नुस्खे शामिल हैं. आदेश में कहा गया है कि काउंटर ऑर्डर और नियंत्रित पदार्थ अधिनियम का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए अपनी वितरण प्रथाओं की समय-समय पर व्यापक समीक्षा करें.

पाबंदी के बावजूद बेची जा रही थी Opioid मेडिसन
टेक्सास के पश्चिमी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी जैमे एस्परजा ने कहा, 'देशभर में स्वास्थ्य देखभाल चिकित्सकों द्वारा ओपिओइड (Opioid) और अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाओं के वितरण ने पिछले कुछ सालों में हमारे समुदायों को भारी नुकसान पहुंचाया है. एस्पार्जा ने कहा, 'मेरा कार्यालय इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से लेता है और आवश्यकता पड़ने पर स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के खिलाफ मुकदमा करेगा.

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21 जनवरी, 2022 को टेक्सास के पश्चिमी जिले में सरकार द्वारा की गई एक शिकायत में आरोप लगाया गया कि प्रतिवादियों ने Controlled Substances Act के उल्लंघन करते हुए बार-बार ओपिओइड और अन्य नियंत्रित पदार्थों की बिक्री की. शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि प्रतिवादियों ने उन नुस्खों को बदल दिया, जिनमें आवश्यक जानकारी का अभाव था, ताकि ऐसा लगे कि वे औषधि प्रवर्तन प्रशासन (डीईए) नियमों के अनुपालन में हैं.

नकली दवाओं को लेकर कोर्ट सख्त
न्याय विभाग के सिविल डिवीजन के चीउ डिप्टी असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल ब्रायन एम बॉयटन ने कहा कि नियंत्रित पदार्थ अधिनियम के तहत फार्मेसियों और फार्मासिस्टों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ओपियोइड चिकित्सकीय रूप से वैध उद्देश्यों के लिए वितरित किए जाते हैं. न्याय विभाग ने कहा कि वह उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, जो संभावित खतरनाक नुस्खे वाली दवाओं के संबंध में अपने दायित्वों का उल्लंघन कर रहे हैं. (इनपुट- PTI)

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