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Carl-Gustaf: भारत में कार्ल गुस्ताफ M4 वेपन सिस्टम बनाएगी ये कंपनी, क्या है इस खतरनाक हथियार की खासियत?

Carl-Gustaf M4 हथियारों का भारत में प्रोडक्शन साल 2024 तक शुरू हो जाएगा. यह दिग्गज स्वीडिश कंपनी है.

Carl-Gustaf: भारत में कार्ल गुस्ताफ M4 वेपन सिस्टम बनाएगी ये कंपनी, क्या है इस खतरनाक हथियार की खासियत?

द कार्ल गुस्ताफ.

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डीएनए हिंदी: स्वीडिश डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी साब (Saab) भारत में कार्ल-गुस्ताफ M-4 वेपन सिस्टम का निर्माण करेगी. साब खतरनाक हथियारों का प्रोडक्शन साल 2024 तक भारत में शुरू हो जाएगा. साब कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट गोर्गेन जोहानसन (Gorgen Johannson) ने यह दावा किया है. 

जोहानसन ने कहा है कि भारत में नई यूनिट 2024 में हथियारों का प्रोडक्शन शुरू करेगी. उन्होंने यह भी कहा है कि इस तरह का प्रोडक्शन हमने किसी दूसरे देश में नहीं किया है. Saab की यूनिट न सिर्फ प्रोडक्शन करेगी बल्कि इसके इस्तेमाल के लिए एक बेहतर सिस्टम डेवलेप करेगी.

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क्या है Carl-Gustaf M4?

स्वीडिश कंपनी साब की टैगलाइन बेहद प्रभावी है. 'वन वेपन एनी टास्क.' कार्ल-गुस्ताफ एम 4 एक रिकोलेस राइफल है. रिकोलेस राइफल ऐसे हथियारों को कहते हैं जो मैन-पोर्टेबल लॉन्चर की तरह होते हैं. यह हथियार अत्याधुनिक है और युद्ध के समय सैनिकों के लिए इसे चलाना आसान है. 

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कार्ल गुस्ताफ सिस्टम में ये फ़ीचर्स होते हैं शामिल

हथियार
लेंस
गोलाबारूद
ट्रेनिंग
सपोर्ट

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मल्टी पर्पस सिस्टम से लैस है ये हथियार

यह डिफेंस सिस्टम बेहद सटीक तरीके से टार्गेट भेदने में सक्षम है. द कार्ल गुस्ताफ एक सैनिक के लिए एक कंप्लीट सोल्जर सिस्टम की तरह है. इससे लैस जवान दुश्मनों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं. यह सैनिकों को रणनीतिक तौर पर मजबूत करने में सक्षम है.

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यह सिस्टम फिंगरप्रिंट टेक्नोलॉजी से लैस है. इसकी प्रोग्रामिंग शानदार तरीके से की जाती है. इस हथियार में एडवांस फायर कंट्रोल सिस्टम है. अगर सही तरीके से यह प्रणाली काम करे तो  सैनिकों की सेफ्टी बनी रहेगी और टार्गेट को आसानी से भेदा जा सकेगा. इसके जरिए टैंक्स तक को तबाह किया जा सकता है. इस हथियार के जरिए किसी भी युद्धजन्य स्थिति से निपटा जा सकता है.

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