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Rashtriya Bal Puraskar: कैसे चुने जाते हैं राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए बच्चे, कब हुई शुरुआत और क्या मिलता है इनाम?

इस साल 11 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है. ये पुरस्कार 6 श्रेणियों में असाधारण प्रतिभा बच्चों को दिया जाता है.

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Rashtriya Bal Puraskar: कैसे चुने जाते हैं राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए बच्चे, कब हुई शुरुआत और क्या मिलता ��है इनाम?

1996 से राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिए जा रहे हैं.

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डीएनए हिंदीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) आज यानी सोमवार को विज्ञान भवन में पुरस्कार वितरण समारोह में 11 स्पेशल बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2023 (Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar) प्रदान करेंगी. पुरस्कार पाने वाले सभी बच्चे 24 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से भी मुलाकात करेंगे.  

1996 में हुई थी शुरुआत
असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को सम्मानित करने के मकसद से 1996 में इस पुरस्कार को शुरू किया गया था. इस पुरस्कार को हासिल करने वाले बच्चों को मेडल के अलावा नकद पुरस्कार दिया जाता है. 2018 से इस पुरस्कार का नाम बदलकर 'बाल शक्ति पुरस्कार' रखा गया है और इसमें बहादुरी के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को भी शामिल किया गया.

किसे मिलता है राष्ट्रीय बाल पुरस्कार?

-  राष्ट्रीय बाल पुरस्कार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से दिया जाता है. ये पुरस्कार किन बच्चों को मिलेगा, उसके लिए मंत्रालय की एक गाइडलाइन है.

- ये पुरस्कार उन बच्चों को मिलेगा जो भारत के नागरिक हैं और भारत में रहते हैं. ऐसे बच्चों की उम्र 5 साल से ज्यादा और 18 साल से कम होनी चाहिए.

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किन श्रेणियों में दिया जाता है ये पुरस्कार

1. इनोवेशनः विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों. उनके इनोवेशन से इंसानों के साथ-साथ जीव-जंतु और पर्यावरण पर कोई प्रभाव पड़ा हो.

2. सामाजिक कार्यः बाल विवाह, यौन शोषण, शराब आदि जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ समाज को प्रेरित किया हो या संगठित किया हो. 

3. शिक्षाः राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार उपलब्धि हासिल की हो.

4. खेलः राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल में लगातार उपलब्धि हासिल की हो.

5. आर्ट्स एंड कल्चरः म्यूजिक, डांस, पेंटिंग या आर्ट्स और कल्चर से जुड़ी अन्य विधाओं में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल की हो.

6. बहादुरीः अपनी जान जोखिम में डालकर निस्वार्थ सेवा करने वाले बच्चों को शामिल किया जाता है. ऐसे बच्चे जो प्राकृतिक या मानव निर्मित किसी भी परिस्थितियों में साहस का काम करते हैं. या फिर ऐसे बच्चे जो किसी भी खतरे की स्थिति में अपनी बुद्धिमत्ता और मानसिक शक्ति का असाधारण इस्तेमाल करते हों.

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विजेताओं को क्या मिलता है?
PMRBP के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक (Medal) और एक प्रमाणपत्र (Certificate) के साथ 1 लाख रुपये का नकद (1 Lakh Rupees Cash) पुरस्कार भी दिया जाता है. ये बच्चे राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में भी हिस्सा लेते हैं.

पुरस्कार पाने वाले कुल 11 बच्चों में से 5 लड़कियां
इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार देश के सभी क्षेत्रों से चुने गए 11 बच्चों को कला और संस्कृति में 4, वीरता के लिए 1, नवाचार के लिए 2, समाज सेवा के लिए 1 और खेल के लिए 3 पुरस्कार दिए जा रहे हैं. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले कुल 11 बच्चों में से 6 लड़के हैं और 5 लड़कियां हैं.

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