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Rishabh Pant Accident: इन चार ने बचाई थी क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान, उत्तराखंड सरकार ने Republic Day पर किया सम्मानित

Rishabh Pant Car Accident: ऋषभ पंत का एक्सीडेंट 30 दिसंबर को हो गया था, जिसमें पूरी कार जल गई थी और वो बुरी तरह घायल हुए थे.

Rishabh Pant Accident: इन चार ने बचाई थी क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान, उत्तराखंड सरकार ने Republic Day पर किया सम्मानित

Rishabh Pant Update: ऋषभ पंत ने अस्पताल में बुलाकर अपनी जान बचाने वाले रजत व निशु को धन्यवाद कहा था.

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डीएनए हिंदी: Republic Day 2023- भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत (Rishabh Pant News) की जान बचाने वाले चार लोगों को उत्तराखंड सरकार ने बृहस्पतिवार को सम्मानित किया. इन चारों को उत्तराखंड सरकार की तरफ से आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day 2023 Celebration) के दौरान मंच पर सम्मानित किया गया. हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर सुशील कुमार व कंडक्टर परमजीत और एक्सीडेंट के ही करीब एक शुगर मिल में काम करने वाले युवा रजत और निशु को सम्मानित किया गया है. सुशील की जगह उनकी पत्नी और परमजीत की जगह उनके पिता ने समारोह में पहुंचकर सम्मान ग्रहण किया. समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (Lieutenant General Gurmit Singh), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Uttarakhand Pushkar Singh Dhami) और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (IPS Ashok Kumar) ने चारों का सम्मान किया. 

30 दिसंबर को एक्सीडेंट में आग का गोला बन गई थी कार

ऋषभ पंत का एक्सीडेंट 30 दिसंबर की रात को उत्तराखंड के गुरुकुल नारसन में एनएच-58 पर तब हो गया था, जब वे अपनी मां से मिलने रूड़की अपने घर पर आ रहे थे. ऋषभ पंत की मर्सिडीज कार तेज रफ्तार में कंट्रोल से बाहर होने पर डिवाइडर कूदकर दूसरी तरफ जाने के बाद पलट गई थी और उसमें भयानक आग लग गई थी.

इस दौरान वहां से गुजर रही हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर सुशील कुमार व कंडक्टर परमजीत और ड्यूटी पर जा रहे रजत व निशु ने ऋषभ को आग से निकालकर अस्पताल पहुंचाया था, जिससे बुरी तरह घायल ऋषभ की जान बच गई थी. रजत व निशु ने हाड़ कंपाने वाली ठंड में कपड़े जलने के कारण निर्वस्त्र बैठे ऋषभ को अपना कंबल ओढ़ाया था और जैकेट पहनाई थी.

ऋषभ ने अस्पताल बुलाकर कहा था धन्यवाद

ऋषभ ने अपने इन दोनों मददगार युवाओं को मिलने के लिए अस्पताल भी बुलाया था. उस समय ऋषभ का इलाज देहरादून के एक अस्पताल में चल रहा था. ऋषभ ने वहां दोनों को बुलाया था. दोनों के अस्पताल पहुंचने पर पंत ने अपनी मां से उनका परिचय मददगार के तौर पर कराया था. इसके बाद ऋषभ और उनकी मां ने दोनों को धन्यवाद कहा था. 

मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले हैं रजत व निशु

रजत और निशु उत्तर प्रदेश के उत्तराखंड से सटे जिले मुजफ्फरनगर के पुरकाजी कस्बे की बुच्छा बस्ती के रहने वाले हैं. वे रोजाना बेहद सुबह बाइक पर पुरकाजी से मंगलौर के करीब मौजूद शुगर मिल में ड्यूटी पर जाते हैं. दोनों युवाओं ने बाद में बताया था कि उन्हें ऋषभ की जान बचाते समय नहीं पता था कि वह कौन है. उन्हें बाद में उनके फेमस क्रिकेटर होने की जानकारी पुलिस से मिली थी.

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