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Umesh Pal Murder Case: बुरी फंसी अतीक की बहन आयशा, शूटरों की बनी थी मददगार, अब बढ़ेंगी मुश्किलें

यूपी पुलिस ने अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया है.

Umesh Pal Murder Case: बुरी फंसी अतीक की बहन आयशा, शूटरों की बनी थी मददगार, अब बढ़ेंगी मुश्किलें

कुख्यात गैंगस्टर अतीक अहमद.

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डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने कुख्यात गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की बहन आयशा नूरी को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया है. शनिवार को पुलिस ने आयशा को भी आरोपी माना है. पुलिस का मानना है कि उसने हत्याकांड के गुनहगारों को पनाह दी है. 

प्रयागराज पुलिस ने दावा किया कि अतीक अहमद की बहन गोलीबारी में शामिल थी. पुलिस का मानना था कि शूटरों को भगाने में आयशा ने अहम भूमिका निभाई थी. आयशा ने शूटरों को शहर से भागने में मदद की थी. पुलिस अब आयशा की गिरफ्तारी के लिए पूरी तरह तैयार है.

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हत्यारों की मददगार है आयशा नूरी

आयशा नूरी और उसके पति डॉक्टर अखलाक अहमद ने 5 मार्च को गुड्डू मुस्लिम से उसके मेरठ स्थित घर पर मुलाकात की. आयशा ने गुड्डू को भागने में पैसे भी भेजे थे. आयशा नूरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि उसका भाई अतीक अहमद निर्दोष है. 6 मार्च को आयशा नूरी अपनी बेटी उजनैला नूरी के साथ प्रयागराज पहुंचीं थी. 

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गुड्डू मुस्लिम की पत्नी जैनब फातिमा और बेटी के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयशा ने दावा किया था कि उसका भाई अतीक अहमद और अशरफ निर्दोष है. अब उनकी जान को खतरा है.

आयशा ने लगाए थे पुलिस पर गंभीर आरोप

आयशा ने दावा किया था कुछ सीनियर पुलिस अधिकारी अतीक अहमद और उसके परिवार का एनकाउंटर करना चाहते हैं. आयशा नूरी की कार कौशांबी के संदीपन घाट थाना क्षेत्र में लावारिस अवस्था में मिली थी. संदीपन घाट थाने के थानाध्यक्ष और एक सब इंस्पेक्टर को कौशांबी एसपी ने लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है.

अतीक अहमद के बेटे को हुआ उम्रकैद

2006 के उमेश पाल किडनैपिंग केस में अतीक अहमद के बेटे को उम्रकैद मिली है.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की एक कोर्ट ने गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और दो अन्य आरोपियों को 2006 में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के अपहरण का दोषी ठहराया था.

एमपी-एमएलए कोर्ट ने अतीक अहमद, दिनेश पासी और खान सौलत हनीफ को उम्रकैद की सजा सुनाई थी और एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था. जेल में बंद डॉन के लिए यह पहली सजा है. अतीक अहमद 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है. उस पर हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या का भी आरोप है.

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